संसद का शीतकालीन सत्र लगातार हंगामे की भेट चढ़ता जा रहा है। अक्सर किसी न किसी मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष उलझ रहे हैं, जिससे सदन बाधित हो रहा है। गौरतबल हो कि इन्हीं हंगामें के कारण, शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही कुछ सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद परिसर में उन्हीं 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में शामिल हुए।
मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में राहुल गांधी ने सरकार पर जोरदार हमला किया है। राहुल गांधी ने कहा, "विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उनपर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज़ उठाने की कोशिश करती है तो उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।"
सदन से प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति पर राहुल ने कहा कि हंगामे के बीच संसद में बिलों के बाद बिल पास हो रहे हैं। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। पीएम सदन में नहीं आते हैं। 13 दिन हो गए हैं उन्हें सदन में आए। हमें राष्ट्रीय महत्व के किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है।
प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं। ये कोई तरीका नहीं है लोकतंत्र को चलाने का: कांग्रेस नेता राहुल गांधी pic.twitter.com/BbBZxjfIy0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2021
राहुल गांधी ने कहा, "यह (12 सांसदों का निलंबन) भारत की जनता की आवाज को कुचलने का प्रतीक है। उनकी आवाज दबा दी गई है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है।"
सदन में सांसदों का मामला ज्यादा गर्म होते दिख रहा हैं। आज हंगामा को देखते हुए राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू को सांसदों को मर्यादा में रहने का आग्रह करना पड़ा। उन्होंने कहा, "सदन में शालीनता और मर्यादा बनाए रखें। असंसदीय और अमर्यादित व्यवहार बिल्कुल भी काम नहीं करने वाला है।"
हालांकि, इसके बावजूद भी मामला ठंढा होता नहीं दिखा। जिसके बाद राज्यसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।