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दिल्ली की रैली में राहुल का वार- 'आप' के दफ्तर में नहीं सुनाई देता 'चौकीदार चोर है'

देश की राजधानी दिल्ली में 12 मई को चुनाव होने हैं। इससे पहले नेताओं की रैलियों और रोड शो का सिलसिला यहां...
दिल्ली की रैली में राहुल का वार- 'आप' के दफ्तर में नहीं सुनाई देता 'चौकीदार चोर है'

देश की राजधानी दिल्ली में 12 मई को चुनाव होने हैं। इससे पहले नेताओं की रैलियों और रोड शो का सिलसिला यहां जारी है। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, पिछले चुनाव में ‘आप’ का नारा था दिल्ली में केजरीवाल, हिंदुस्तान में नरेंद्र मोदी जी। उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए रास्ते खोले। कांग्रेस और मैं नरेंद्र मोदी जी से पूरे देश में लड़ रहे हैं। आप आम आदमी पार्टी के ऑफिस में ‘चौकीदार चोर है’ नहीं सुनेंगे।

उन्होंने कहा, ‘मैंने ‘आप’ के पोस्टर देखे- हम काम करते रहे, वो काम रोकते रहे। आपने पहले ये नहीं कहा जब आपने चुनाव लड़ा। आप सत्ता में हैं। छोटे व्यापारी, दिल्ली की रीढ़ की हड्डी तोड़ी जा रही है। सीलिंग हुई और आपने एक शब्द नहीं कहा? कांग्रेस ने इसे संसद में रोका।‘ राहुल गांधी ने कहा, ‘दिल्ली में सीलिंग और जीएसटी क्यों लागू हुई? ये नरेंद्र मोदी की रणनीति थी कि छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों को खत्म कर दें।‘

दिल्ली में पीएम मोदी ने किया था कांग्रेस पर हमला

इससे एक दिन पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। यहां उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का एक बार फिर जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'जब आईएनएस विराट को समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात किया गया था, तब उसे राजीव गांधी और उनके ससुराल वालों को छुट्टियों से वापस लाने के लिए द्वीप पर भेजा गया था। विदेशी लोग उस पर सवार थे। क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं है? यहां तक कि तब नेवी के अफसरों को राजीव गांधी और उनके परिवार की छुट्टियों के दौरान उनकी सेवा में लगा दिया गया था। आईएनएस विराट को द्वीप पर दस दिनों के लिए तैनात रखा गया था।' इससे पहले पीएम मोदी राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन बता चुके हैं।

'दिल्ली में नाकामपंथी राजनीतिक मॉडल'

उन्होंने कहा कि भारत में चार अलग-अलग तरह की राजनीतिक परम्पराएं रही हैं। पहला- नामपंथी, दूसरा - वामपंथी, तीसरा- दाम और दमनपंथी, चौथा- विकासपंथी लेकिन दिल्ली देश का इकलौता राज्य है जिसने पॉलिटिकल कल्चर का एक पांचवां मॉडल भी देखा। ये है नाकामपंथी यानी जो दिल्ली के विकास से जुड़े हर काम को ना कहते हैं औऱ जो काम करने की कोशिश भी करते हैं, उसमें नाकाम रहते हैं। पिछले 5 वर्षों में देश में जो बड़े फैसले लिए गए हैं उसमें आपने सदैव मेरा साथ दिया है। आज वीआईपी वाली लाल बत्ती अगर नेताओं और अफसरों की गाड़ी से उतरी है तो इसका कारण आप सभी हैं।

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