महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देशभर में कई जगहों पर पदयात्रा निकाली जा रही है। प्रियंका गांधी लखनऊ तो राहुल गांधी की अगुवाई में दिल्ली में कांग्रेस पदयात्रा कर रही हैं। दिल्ली में यह पदयात्रा कांग्रेस दफ्तर से राजघाट तक है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कांग्रेस की ये संदेश यात्रा है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय से राजघाट तक यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें राहुल गांधी शामिल होंगे। इस यात्रा के समापन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गांधीवाद और गांधी के विचारों वाले भारत के लिए काम करने की शपथ दिलाएंगी।
लखनऊ में प्रियंका
दूसरी ओर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी लखनऊ में आज पदयात्रा करने वाली हैं। उनको राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर पदयात्रा के लिए लखनऊ प्रशासन से अनुमति मिल गई है। प्रशासन ने बिना ढोल नगाड़े और लाउडस्पीकर के पदयात्रा की इजाजत दी है, प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी संदेश यात्रा निकालने वाले हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता लखनऊ में शहीद स्मारक से जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा तक गांधी संदेश यात्रा निकालेंगे। कांग्रेस की इस पदयात्रा में प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी।
इसी तरह आंध्र प्रदेश में भी बीजेपी गांधी संकल्प यात्रा निकाल रही है। हैदराबाद में रैली में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता इंडे के साथ रैली में निकले।
राजनीतिक दलों को गांधी के दर्शन और शिक्षा का एहसास होना लगा
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 50 वर्षों से भी ज्यादा समय बाद कुछ राजनीतिक दलों को गांधी के दर्शन और शिक्षा का अहसास हो रहा है, जो उनकी तरफ से एक स्वागत योग्य कदम है। लेकिन, सवाल यह है कि उनका यह रुख कितना वास्तविक है। वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार पर चुनाव आयोग सहित सरकारी संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी की विचारधारा के साथ सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
गांधी जयंती पर राहुल ने दी श्रद्धांजलि
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 150वीं जयंती पर महात्मा गांधी जी को मेरी श्रद्धांजलि। राष्ट्रपिता, जिन्होंने अपने शब्दों और कर्मों के माध्यम से हमें दिखाया कि सभी जीवित प्राणियों के लिए प्रेम और अहिंसा उत्पीड़न को हराने का एकमात्र तरीका है।