कांग्रेस नेता यहां पूर्वान 10 बजकर 45 मिनट पर हेलीकाॅप्टर से पहुंचे और किसानों के द्वार तक पहुंचने की शुरुआत की।राहुल ने एक ट्वीट में लोगों से आग्रह किया कि वे इस यात्रा में कांग्रेस के साथ जुड़ें। उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी किसानों, मजदूरों तथा गरीबों की लड़ाई लड़ रहे हैं।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, द्वार से द्वार अभियान पचलाडी से शुरू होता है। किसानों से मुलाकात की और उनकी मांगों को रेखांकित करने वाले किसान मांग पत्रा एकत्र किए। राहुल के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद भी थे। 46 वर्षीय राहुल किसानों के घर पहुंचे और किसान मांग पत्र एकत्र किए तथा अपनी खाट सभा के तहत उनसे एक-एक कर बात की।
किसान ओमप्रकाश सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, राहुल जी यहां आए और हमारी बात धैर्य के साथ सुनी। उन्होंने मेरे बकाया रिण का ब्योरा लिया तथा मेरा मोबाइल नंबर भी लिया। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि यदि राज्य में कांग्रेस सत्ता में आई तो कांग्रेस किसानों का रिण माफ करेगी और विद्युत शुल्क में 50 प्रतिशत तक की कमी करेगी। एक अन्य किसान ने कहा कि राहुल ने हमारे परिवार के सदस्यों, खासकर बच्चों से भी बात की और उनकी पढ़ाई तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा।
यात्रा के दौरान राहुल विभिन्न स्थानों पर रोड शो भी करेंगे। महायात्राा के पहले दो दिनों में राहुल देवरिया के अतिरिक्त कुशीनगर, गोरखपुर, संत कबीरनगर और बस्ती का दौरा करेंगे। पार्टी ने राज्य में कांग्रेस नेता की सबसे लंबी यात्रा को सफल बनाने की तैयारियां की हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की एक टीम घटनाक्रमों से मीडिया को अवगत कराने के लिए लखनउ में तैनात रहेगी। राहुल आगे की यात्रा शुरू करने से पहले एक रात के लिए गोरखपुर में रुकेंगे। वह अगले दिन किसानों से इसी तरह की चर्चा और रोड शो करेंगे तथा दूसरी रात बस्ती में गुजारेंगे। महायात्रा के दौरान कांग्रेस नेता अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने के लिए 233 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्राें का दौरा करेंगे। यह यात्रा पिछले महीने के शुरू में सोनिया गांधी के सफल रोड शो और राज्य के विभिन्न जिलों में राज्य के पार्टी नेताओं की दो यात्रााओं के बाद हो रही है।
सभा बाद खाटों के लिए मची लूट
राहुल की सभा जैसी ही खतम हुई वैसे ही वहां लाई गई खाटों के लिए लूट मच गई। खाट पंचायत खत्म होने के बाद अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला। लोगों में खटिया लूटने की होड़ मच गई। सभा की तस्वीरें बता रही हैं कि जैसे ही रैली खत्म हुई, बड़ी संख्या में लोग खाट लूटने में लग गए। अनेक लोग खुद को जोखिम में डालकर खटिया लूटते और भागते देखे गए। जो लोग खटिया लूटने में नाकाम रहे, उनमें काफी गुस्सा देखा गया। राहुल गांधी की सभा के बाद खाटों को कोई सिर में लेकर भागा तो काेेई खाटों को तोड़कर अपने साथ ले गया।