कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भारी बहुमत मिला था लेकिन उन्होंने इसका इस्तेमाल डर का माहौल बनाने में नहीं किया। सोनिया गांधी का बयान ऐसे समय में आया है जब उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम को सीबीआई की रिमांड पर भेजा गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वीं जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि 1984 में उनके पति को भारी जनमत मिला था, लेकिन इसका इस्तेमाल डर का माहौल बनाने या लोगों को धमकाने के लिए नहीं किया।
राजीव गांधी के योगदान को याद करते हुए सोनिया ने कहा कि राजीव गांधी मजबूत, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प रखते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर देश के कोने-कोने तक जाकर यह संदेश दिया कि भारत की विविधता का उत्सव मनाकर ही देश को सशक्त बना सकते हैं।
‘कांग्रेस के सामने चुनौतियां भारी’
सोनिया गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की 75 वीं जयंती कांग्रेस द्वारा मनाई जाने वाली एक रस्म नहीं है, बल्कि उन्हें प्रेरित करने वाले मूल्यों को बनाए रखने के अपने संकल्प की फिर से पुष्टि करने का अवसर है। कांग्रेस के सामने चुनौतियां भारी हैं, लेकिन विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ अपने वैचारिक संघर्ष को जारी रखना चाहिए।
सीबीआई की रिमांड में चिदंबरम
गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने यह बयान ऐसे वक्त पर दिया है जब यूपीए सरकार के दौरान वित्त मंत्री रहे सीनियर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को सीबीआई ने बुधवार की रात को आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया और गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने चिदंबरम को 26 अगस्त को सीबीआई की रिमांड पर भेज दिया है।चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी देने के आरोपी हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की तरफ से लगातार सरकार पर संस्थानों पर हमले के आरोप लगाए जाते रहे हैं।