कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सॉफ्टवेयर क्षेत्र में भारत की प्रगति और अमेरिका व चीन से संबंधों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को बुधवार को याद किया।
राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि लगभग 40 वर्ष पहले गांधी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन से मुलाकात की थी, जिसके बाद भारत-अमेरिका संबंधों में बड़ा परिवर्तन आया था।
उन्होंने कहा, ‘यही वह यात्रा थी जिसके परिणामस्वरूप बेंगलुरु में टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स के अनुसंधान एवं विकास केंद्र की स्थापना हुई। यह वैश्विक स्तर पर भारत की सॉफ्टवेयर क्षमताओं के उदय में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। तीन साल बाद जीई ने भी इसकी स्थापना की। आज भारत में ऐसे कई केंद्र हैं जिन्हें वैश्विक क्षमता केंद्रों का नाम दिया गया है।”
रमेश ने आगे कहा, ‘दिसंबर 1988 में राजीव गांधी की चीन की ऐतिहासिक यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों को पूरी तरह से बदल दिया। उनके और चीनी नेता देंग शियाओपिंग के तय किए गए रास्ते को चीन ने मई-जून 2020 में एकतरफा तरीके से नष्ट कर दिया। दुर्भाग्य की बात है कि 19 जून, 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए चीन को क्लीन चिट दे दी।’
बता दें कि राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।