केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में मतदान प्रतिशत से अनुच्छेद 370 निरस्त करने के नरेन्द्र मोदी सरकार के फैसले के परिणाम सामने आ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में श्रीनगर लोकसभा सीट पर करीब 38 प्रतिशत मतदान होने के एक दिन बाद गृह मंत्री ने यह टिप्पणी की है।
श्रीनगर में 2019 के लोकसभा चुनाव में 14.43 प्रतिशत, 2014 में 25.86 प्रतिशत, 2009 में 25.55 प्रतिशत और 2004 में 18.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, “मतदान प्रतिशत के जरिए भी अनुच्छेद 370 निरस्त करने के मोदी सरकार के फैसले के परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बढ़ा है और इसकी जड़ें गहरी हुई हैं।”
शाह ने कहा कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि के माध्यम से, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जिन्होंने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने का विरोध किया था और अब तक इसकी बहाली की वकालत कर रहे हैं।
मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को 2019 में निरस्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।