लोकसभा से पास होने के बाद आज राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश होने वाला है। बिल को लेकर पिछले कई दिनों से हो रहा विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। दिल्ली से पूर्वोत्तर राज्य असम तक इस पर बवाल हो रहा है। आज कांग्रेस ने इस बिल के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। वहीं, पूर्वोत्तर में बिल के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन हो रहा है, जिससे सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।
बिल के विरोध को लेकर कांग्रेस हासचिव केसी वेणुगोपाल ने राज्य इकाईयों को एक पत्र लिखा है। केसी वेणुगोपाल ने सभी पीसीसी प्रमुखों को बुधवार यानि आज पूरे भारत में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए लिखा है। लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास कराने के बाद आज सरकार राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश करने वाली है। बिल पर चर्चा दोपहर दो बजे शुरू होगी। बहस के लिए 6 घंटे का समय तय किया गया है।
पूर्वोत्तर में जनजीवन ठप
बिल के खिलाफ छात्र संघों और वाम-लोकतांत्रिक संगठनों ने पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। गुवाहाटी के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले गए और प्रदर्शनकारियों ने इस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के पुतले भी जलाए।
त्रिपुरा में इंटरनेट सेवाओं पर रोक
त्रिपुरा में एनईएसओ द्वारा आहूत बंद में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों त्रिपुरा के धलाई जिले के एक बाजार में आग लगा दी। इस बाजार में ज्यादातर दुकानों के मालिक गैर-आदिवासी हैं। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। एक आधिकारिक सूचना में कहा गया है कि त्रिपुरा में शरारती तत्वों द्वारा अफवाहों को फैलाने से रोकने के लिए मंगलवार अपराह्र दो बजे से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।
अरुणाचल प्रदेश में भी प्रदर्शन
अरुणाचल प्रदेश में ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन (आप्सू) द्वारा बंद बुलाए जाने के बाद शैक्षणिक संस्थान, बैंक, कारोबारी प्रतिष्ठान, बाजार बंद रहे। इसके अलावा निजी और सरकारी वाहन सड़कों से नदारद रहे। ईटानगर में राष्ट्रीय राजमार्ग-415 पर प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय जाने वाले लोगों पर पथराव किया और टायर जलाए।
मणिपुर में दुकाने, बाजार और कारोबारी प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद
मणिपुर में इस विधेयक के विरोध में अखिल मणिपुर छात्र संघ (एएमएसयू) ने राज्य में सुबह तीन बजे से शाम छह बजे तक पूर्ण बंद रखा। नार्थ ईस्ट स्टूडेंट्स यूनियन (एनईएसओ) में शामिल खासी स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू) द्वारा विधेयक के विरोध में किए गए बंद के आह्वान के चलते मेघालय में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानों, बाजार और कारोबारी प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे, जबकि शैक्षणिक और वित्तीय संस्थान पूरे दिन बंद रहे।
लोकसभा से पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल
बता दें कि लोकसभा में सोमवार की रात इस विधेयक को सात घंटे से भी अधिक समय तक चली बहस के बाद पारित किया गया। नागरिकता संशोधन बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।