दिल्ली विधानसभा ने मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के नवगठित सदन के उद्घाटन भाषण में बाधा डालने के लिए विपक्ष की नेता आतिशी सहित 21 आप विधायकों को तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया।
दिल्ली लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने उनके निलंबन का प्रस्ताव सदन में रखा और ध्वनिमत से पारित कर दिया। निलंबित विधायकों को 27 और 28 फरवरी को विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आतिशी ने अन्य आप विधायकों के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय से बी आर अंबेडकर की तस्वीर कथित तौर पर हटाए जाने का विरोध किया। आप विधायकों ने भाजपा नीत सरकार पर अंबेडकर का अनादर करने का आरोप लगाया और इस कदम के खिलाफ नारेबाजी की।
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने व्यवधानों पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "जब विधानसभा सत्र शुरू हुआ, तो हमें उम्मीद थी कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों विकास के लिए मिलकर काम करेंगे, क्योंकि आज की चर्चा बहुत महत्वपूर्ण थी।"
दिल्ली विधानसभा में आप के 22 विधायक हैं, जिनमें से ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान को छोड़कर बाकी सभी को निलंबित कर दिया गया है। खान सदन से अनुपस्थित थे।
निलंबन के बाद 21 विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया, अंबेडकर की तस्वीरें लेकर नारे लगाए, "बाबासाहेब का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान" और "जय भीम" जैसे नारे लगाए।
आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर हटाकर भाजपा ने अपना असली रंग दिखा दिया है। क्या वह मानती है कि (पीएम नरेंद्र) मोदी बाबासाहेब की जगह ले सकते हैं?"
आप ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय और विधानसभा परिसर से अंबेडकर की तस्वीरें हटा दी गई हैं। स्पीकर गुप्ता ने विधानसभा सत्र को 27 फरवरी को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
आप विधायकों के निलंबन पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली के मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने कहा, "यह कोई विरोध प्रदर्शन नहीं है। आप के ये नेता डरे हुए हैं। वे इस्तीफा देने के बजाय विधानसभा में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। वे कुछ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।"
सिंह के कैबिनेट सहयोगी आशीष सूद ने आरोप लगाया कि आप अपने कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। "आप जब भी हंगामा करने की कोशिश करती है, तो वह अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए करती है। सीएजी (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की रिपोर्ट उसके गलत कामों को उजागर करेगी।"
सोमवार को आप ने आरोप लगाया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के दफ़्तर से अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दी गईं। वहीं, भाजपा ने आप पर आरोप लगाया कि वह विधानसभा में पेश की जाने वाली सीएजी रिपोर्ट से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा ने मुख्यमंत्री कार्यालय की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अन्य मंत्रियों के कार्यालयों में महात्मा गांधी, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर, भगत सिंह, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के चित्र लगे हुए हैं।"