लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश में ईवीएम पर फिर एक बार घमासान शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कई जगह से वोटिंग मशीन खराब होने की खबरें आ रही हैं या तो वोट बीजेपी को जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 300 से ज्यादा ईवीएम खराब होने की गंभीर शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि उनके आरोपों का चुनाव आयोग ने खंडन किया है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “पूरे देश भर में ईवीएम में या तो खराबी आ रही है या भाजपा को वोट जा रहे हैं। डीएम का कहना है कि मतदान अधिकारियों को ईवीएम चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी गई है। 350 से ज्यादा ईवीएम बदली जा रही है। ये मतदान के दौरान आपराधिक कदम है। चुनाव आयोग क्या हम जिलाधिकारियों की बात पर भरोसा करें या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।”
इधर समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में कई मतदान केन्द्रों पर खराब वोटिंग मशीनों की वजगह से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित है। , स्वार टाण्डा, रामपुर सदर, चमरव्वा से बड़ी संख्या में मशीनों के खराब होने की जानकारी मिल रही हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि जिला प्रशासन का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना है और लोगों को मताधिकार से वंचित रखने की साजिश की जा रही है।
बता दें कि यूपी के मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे चरण में वोट डाले जा रहे हैं।
दूसरे चरण में भी अखिलेश ने ईवीएम पर उठाए थे सवाल
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश में कई जगह ईवीएम में खराबी आने पर चिंता जाहिर करते हुए निर्वाचन आयोग से फौरी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की थी। अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल करने आये अखिलेश ने बातचीत में दूसरे चरण के मतदान के दौरान बुलंदशहर समेत कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान बाधित होने की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि उन्हें भी ऐसी जानकारी मिली थी।
उस दौरान अखिलेश ने कहा था कि यह आयोग की जिम्मेदारी है कि यदि ईवीएम खराब होने की कोई सूचना मिलती है तो वह ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट में मशीन बदले ताकि समय से मतदान पूरा हो सके। अखिलेश ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोग तकनीकी पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। इस बारे में आयोग और सरकार को विश्वास दिलाना चाहिये। सपा, बसपा सहित कई दल सुप्रीम कोर्ट तक अपना पक्ष रख चुके हैं। सच्चाई यह है कि दुनिया में पहले जहां भी ईवीएम से मतदान होता था, वहां अब मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाता है।