कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सी पी जोशी राजस्थान की नवगठित 15वीं विधानसभा के अध्यक्ष होंगे। इसके साथ ही महेश जोशी को चीफ व्हिप और महेंद्र चौधरी को डिप्टी चीफ व्हिप बनाया गया है। इन सभी नामों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुहर लगा दी है।
केंद्रीय मंत्री रह चुके जोशी ने इस बार का विधानसभा चुनाव नाथद्वारा से जीता। उन्हें राज्य की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री पद नहीं दिया गया। तभी से चर्चा चल रही थी कि उन्हें कोई संवैधानिक पद दिया जा सकता है। जोशी 15वीं लोकसभा में भीलवाड़ा सीट से सांसद रहे और 2009 से 2013 तक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे।
4 बार बन चुके हैं विधायक
सीपी जोशी नाथद्वारा से 4 बार विधायक बन चुके हैं। इसके साथ ही मनमोहन सरकार में केंद्र मंत्री भी रह चुके हैं। राजस्थान क्रिकेट एसोशिएशन के भी अध्यक्ष रहे। वे सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए थे जब 2008 के विधानसभा चुनाव में वे अपने सबसे करीबी उम्मीदवार से सिर्फ 1 वोट से हार गए थे। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर कैबिनेट मंत्री रहे।
बुधवार को लेंगे शपथ
यूपीए सरकार जाने के बाद उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर बंगाल, बिहार एवं असम का प्रभारी बनाया गया। एक समय ऐसा आया जब कांग्रेस ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों का प्रभार जोशी को दे दिया। बिहार में महा गठबंधन जीता। लेकिन, बाद में लगातार पार्टी पूर्वोत्तर राज्यों में हारती गई।
बुधवार को राज्यपाल कल्याण सिंह 16 जनवरी को नये विधानसभा अध्यक्ष को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।15वीं विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार से शुरू होगा। सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। प्रोटेम स्पीकर के रूप में गुलाबचंद कटारिया को नियुक्त किया गया है।
कटारिया होंगे प्रतिपक्ष के नेता
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया नेता प्रतिपक्ष होंगे। रविवार को भाजपा मुख्यालय पर पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम का ऐलान किया गया। नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर भाजपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इसके साथ ही पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया है।