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सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो पर कांग्रेस बोली- वोट हथियाने के लिए सेना का इस्तेमाल करना शर्मनाक

सितंबर 2016 में भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी सीमा में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करने का एक कथित वीडियो...
सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो पर कांग्रेस बोली- वोट हथियाने के लिए सेना का इस्तेमाल करना शर्मनाक

सितंबर 2016 में भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी सीमा में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करने का एक कथित वीडियो सामने आया है। आठ मिनट के इस वीडियो के समाने आते ही इस पर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी किये जाने को राजनीतिक फायदे के लिए सेना के बलिदान का अपमान किया जाना बताया है। कांग्रेस के मुख्य संचार प्रभार रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''मोदी सरकार ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ को वोट हथियाने के लिए इस्तेमाल करने का शर्मनाक प्रयास कर रही है।''

सुरजेवाला ने कहा कि पिछले दो दशकों में अलग अलग समय सटीक रणनीति से की गई ‘सर्जिकल स्ट्राईक’हमारी सेना की वीरता और दृढ़ता का परिचय देते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे का राजनैतिक शोषण कर रही है,तो दूसरी तरफ ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ को वोट हथियाने के लिए इस्तेमाल करने का शर्मनाक प्रयास कर रही है।

दो दशकों में अनेकों बार सेना ने की सर्जिकल स्ट्राईक

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस, पराक्रम और बलिदान की भावना से देश को सदा गौरवान्वित किया है। सेना की बहादुरी व कुर्बानी की गाथा आज भी जन-जन की जुबान पर है। पिछले दो दशकों में अलग अलग समय सटीक रणनीति से की गई ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ हमारी सेना की हिम्मत और दृढ़ता का परिचय देते हैं। देश को गर्व है कि हमारी बहादुर सेना ने पिछले दो दशकों में अनेकों बार सफलतापूर्वक ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की हैं। खास तौर से साल 2000 के बाद- 21 जनवरी, 2000 (नडाला एंक्लेव, नीलम नदी के पार); 18 सितंबर, 2003 (बारोह सेक्टर, पूंछ); 19 जून, 2008 (भट्टल सेक्टर, पूंछ); 30 अगस्त-1 सितंबर, 2011 (शारदा सेक्टर, केल में नीलम नदी घाटी); 6 जनवरी, 2013 (सावन पत्र चेकपोस्ट); 27-28 जुलाई, 2013 (नाजापीर सेक्टर); 6 अगस्त, 2013 (नीलम घाटी); 14 जनवरी, 2014, 28-29 सितंबर, 2016 को सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।

कांग्रेस ने किया था समर्थन, मोदी सरकार कर राजनीतिक इस्तेमाल

सुरजेवाला ने कहा, “28-29 सितंबर, 2016 की ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बाद, कांग्रेस पार्टी एवं तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष, श्रीमती सोनिया गांधी और तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष, श्री राहुल गांधी ने पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ किए गए सर्जिकल स्ट्राईक तथा हमारे देश के खिलाफ आतंकी मनसूबों का विध्वंस करने के लिए उठाए गए कदमों में भारतीय सेना व सरकार का संपूर्ण समर्थन किया था। परंतु सत्ताधारी दल को याद रखना होगा कि हमारे साहसी सैनिकों के बेशकीमती बलिदान को मोदी सरकार व भाजपा राजनैतिक लाभ के लिए वोट बटोरने का साधन नहीं बना सकते। दुर्भाग्य से भाजपा ने मार्च, 2017 के उत्तरप्रदेश असेंबली चुनाव में 28/29 सितंबर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राईक का लज्जाजनक तरीके से राजनीतिकरण किया। यहां तक कि भाजपा ने आगरा व लखनऊ में तत्कालीन रक्षामंत्री, श्री मनोहर पार्रिकर का ‘सम्मान समारोह’ आयोजित कर डाला। अनेकों प्रेस कॉन्फरेंस/ विज्ञापनों/ पोस्टर/ होर्डिंग्स द्वारा भारी भरकम प्रचार प्रसार करते हुए सर्जिकल स्ट्राईक का पूरा श्रेय सेना की बजाए प्रधानमंत्री, मोदी व भाजपा को दे डाला। देश के लिए जान की बाजी सैनिकों ने लगाई, पर भाजपा ने महिमामंडन मोदी जी का किया”

आतंकी हमलों ने खोली सरकार की पोल

सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार की विफलता का सबसे बड़ा सबूत यही है कि सितंबर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राईक के बाद 146 सैनिक शहीद हो चुके, पाकिस्तान 1600 से अधिक बार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर चुका और 79 आतंकवादी हमलों ने सरकार के झूठे दावों की पोल खोल दी है। सरकार ने सेना के बजट में कटौती कर व आधुनिक सुरक्षा उपकरण मुहैया न करवा साफ तौर से सौतेला व्यवहार किया है। मजबूरन वाईस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल, शरत चंद्र को सार्वजनिक रूप से यह कहना पड़ा कि सेना के 68 प्रतिशत उपकरण ‘अब इस्तेमाल योग्य’ नहीं रहे। सेना के बजट में कटौती की वजह से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से खरीद 94 प्रतिशत से घटकर 50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है, जिसके चलते देश के सैनिकों को यूनिफॉर्म, कॉम्बैट ड्रेस, बेल्ट और जूते अपने खुद के पैसे खर्च करके खरीदने पड़ेंगे। रक्षा संसदीय समिति ने यह सनसनीखेज खुलासा भी किया कि आधुनिकीकरण के लिए तो पैसा है ही नहीं, इसके विपरीत जारी खरीद के लिए आवश्यक 29,033 करोड़ में से भी केवल 21,338 करोड़ ही दिया गया है।

क्या है मामला?

करीब 21 महीने पहले भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी सीमा में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था। अब इसका कथित वीडियो अब सामने आया है। लगभग 8 मिनट के इस वीडियो में भारतीय सेना के जवान पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकियों के लॉन्च पैड्स को ध्वस्त करते दिख रहे हैं। बुधवार अधिकतर मीडिया चैनलों पर यह वीडियो दिखाया गया। हालांकि अभी इसके सोर्स की पुष्टि नहीं हुई है।

यह सर्जिकल स्ट्राइक भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया था। सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों से हमला बोला था। पाकिस्तान की ओर से उरी पर 18 सितंबर को हमला किया गया। इस घटना के 11वें दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया।

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