भारतीय जनता पार्टी (भाजपा से अलग होकर शत्रुघ्न सिन्हा आज औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। उन्हें बिहार की पटना साहिब सीट से टिकट दिया गया है। वह भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। कांग्रेस ने शत्रुघ्न सिन्हा समेत 5 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इस मौके पर सिन्हा ने कहा, 'मैं भारी मन से अपनी पुरानी पार्टी छोड़ रहा हूं। आज भाजपा का स्थापना दिवस भी है।' लखनऊ में उनकी पत्नी पूनम सिन्हा के राजनाथ सिंह के खिलाफ लड़ने के सवाल पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कुछ भी हो सकता है।
भाजपा पर बोला हमला
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नवरात्र के मौके पर वे कांग्रेस में शामिल हुए हैं और इस मौके पर कांग्रेस नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपनी राजनीतिक जीवन यात्रा में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं दी। शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी में उन्होंने लोक शाही को धीरे-धीरे तानाशाही में परिवर्तित होते देखा। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मौजूदा बीजेपी नेतृत्व ने यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी जैसे कद्दावर शख्सियतों को निपटा दिया गया।
'भाजपा में वन मैन शो, टू मैन आर्मी'
शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपने दिल में दबे दर्द को भी बयां किया। शत्रुघ्न सिन्हा ने पूछा कि आखिर बीजेपी सरकार में उन्हें मंत्री क्यों नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि क्या उनके अंदर काबिलियत नहीं या फिर उनके अंदर क्या कमी थी। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी में इस वक्त तानाशाही सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि ये वन मैन शो और टू मैन आर्मी की सरकार है। शत्रु ने कहा कि केंद्र के मंत्रियों को अपना सचिव रखने की इजाजत रखने की नहीं थी।
'भाजपा में विरोधियों को दुश्मन की नजर से देखा जाने लगा है'
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि एक तो मौजूदा सरकार ने कोई ढंग का काम नहीं किया और जब उनसे काम के बारे में पूछा जाता है तो जवाब में थेथरई की जाती है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मौजूदा बीजेपी में विरोधियों को दुश्मन की नजर से देखा जाने लगा है जबकि आडवाणी जी ने कहा है कि आपका राजनीतिक विरोधी आपका दुश्मन नहीं होता है। वो भी देश के हित में ही बात करता है।
पिछले महीने 28 मार्च को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी और शामिल होने को लेकर विस्तृत बात हुई थी। पिछले दिनों कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने एक ट्वीट कर बताया था कि बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा 6 अप्रैल को औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे।
भाजपा नेतृत्व की करते रहे हैं आलोचना
शत्रुघ्न सिन्हा ने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और शांता कुमार से सहमति लिए बिना उनका टिकट काट दिए जाने पर भी भाजपा नेतृत्व की आलोचना की थी। पटना साहिब सीट से एक और भाजपा के राज्यसभा सदस्य आरके सिन्हा भी चुनाव लड़ना चाहते थे। अभी हाल में रविशंकर प्रसाद के खिलाफ भाजपा के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा के समर्थकों ने पटना में विरोध प्रदर्शन किया था। सिन्हा के समर्थक जब रविशंकर के विरोध में नारा लगाने लगे, तब दोनों नेताओं के समर्थकों में हाथापाई की नौबत आ गई।
पिछले दिनों शत्रुघ्न सिन्हा ने रांची जाकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की थी। इससे पूर्व भी कई मौकों पर सिन्हा पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ करते रहे हैं। वह अरविंद केजरीवाल के साथ मंच पर भी नजर आ चुके हैं।
कांग्रेस ने जारी की लिस्ट
कांग्रेस ने बिहार के अलावा पंजाब और हिमाचल प्रदेश से 5 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा हिमाचल के हमीरपुर से राम लाल ठाकुर, पंजाब के खडूर साहिब से जसबीर सिंह गिल, फतेहगढ़ से अमर सिंह, फरीदकोट से मोहम्मद सादिक को टिकट दिया गया है।
बिहार की 40 सीटों का एनडीए में बंटवारा
बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा और जेडीयू 17- 17 और लोजपा छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा पहले ही कर चुकी थी। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव होंगे। बिहार में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, छह मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होंगे। 23 मई को मतगणना होगी।