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यशवंत के साथ आए शत्रुघ्न, कहा- 'पूर्व वित्तमंत्री के सुझावों को ठुकराना होगा बचकाना'

अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के द्वारा लेख के जरिए मोदी सरकार पर उठाए गए...
यशवंत के साथ आए शत्रुघ्न, कहा- 'पूर्व वित्तमंत्री के सुझावों को ठुकराना होगा बचकाना'

अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के द्वारा लेख के जरिए मोदी सरकार पर उठाए गए सवालों से सियासत में उबाल है। एक तरफ जहां जहां विपक्ष उनके समर्थन में खड़ा हो गया है वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी उनके साथ आ गए हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा के समर्थन में कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, “मैं दृढ़ता से कहता हूं कि श्री सिन्हा द्वारा लिखित सभी चीजें पूरी तरह से पार्टी और राष्ट्रीय हित में हैं।”

उन्होंने लिखा कि यशवंत सिन्हा सफल वित्तमंत्री रहे हैं उनके सुझावों को गंभीरता से लेना चाहिए। उनके सुझावों को ठुकराना एक बचपना होगा। देश के वित्त मंत्रियों। उन्होंने (यशवंत सिन्हा) भारत की आर्थिक स्थिति पर दर्पण दिखाया है।

उन्होंने आगे लिखा कि यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी दोनों ही अनुभवी नेता हैं। दोनों किसी भी तरह की मंशा नहीं रखते हैं ना ही मंत्री बनना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग यशवंत सिन्हा का विरोध कर रहे हैं वो विरोध कर सकते हैं लेकिन उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सवाल नहीं उठा सकते हैं।

प्रधानमंत्री के वाक्य का हवाला देते हुए शत्रुघ्न ने ट्वीट कर कहा कि हाल ही में हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहराया है कि राष्ट्र पार्टी से बड़ा है, राष्ट्रहित पहले आता है।

साथ ही शत्रुघ्न ने उम्मीद जताते हुए लिखा, हमारी पार्टी में जो भी लोग हैं, उन्हें इस पर विचार करना चाहिए कि श्री यशवंत सिन्हा ने क्या कहा है।

यशवंत सिन्हा के बोल?

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में बुधवार को अपने लेख में उन्होंने कहा कि आज के समय में ना ही नौकरी मिल रही है और ना विकास तेज गति से हो पा रहा है। निवेश घट रहा है और जीडीपी भी घट रही है। जीएसटी को सही तरीके से लागू नहीं किया गया, जिसके कारण नौकरी और व्यापार पर काफी असर पड़ा है। उन्होंने नोटबंदी को आर्थिक आपदा करार दिया। उन्होंने लिखा कि नोटबंदी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया। नोटबंदी एक बड़ी आर्थिक आपदा साबित हुई है। ठीक तरीके से सोची न गई और घटिया तरीके से लागू करने के कारण जीएसटी ने कारोबार जगत में उथल-पुथल मचा दी है। वहीं जीडीपी पर उन्होंने लिखा कि जीडीपी अभी 5.7 है, सभी को याद रखना चाहिए कि सरकार ने 2015 में जीडीपी तय करने के तरीके को बदला था। यदि पुरानी पद्धति के हिसाब से देखें तो आज के समय में 3.7 जीडीपी होती। यशवंत सिन्हा ने प्रमुख रूप से वित्तमंत्री अरूण जेटली पर निशाना साधा। उन्होंने चुटकी लेते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को काफी नजदीक से देखा है। ऐसा लगता है कि उनके वित्तमंत्री इस तरह का काम कर रहे हैं कि वह सभी भारतीयों को गरीबी काफी करीब से दिखाएं।”

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