कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के प्रति अपना समर्थन दोहराया है और कहा है कि वह 2028 के राज्य विधानसभा चुनाव जीतने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी पार्टी और नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों का पालन करेंगे।
एक दिन पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सिद्धारमैया के लिए अपने "मेरे पास क्या विकल्प है? मुझे उनके साथ खड़ा होना है और उनका समर्थन करना है। मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है" बयान पर शिवकुमार ने कहा, "मुझे अपनी पार्टी के अनुसार चलना होगा। मेरी पार्टी महत्वपूर्ण है। मेरे नेतृत्व का निर्णय महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य 2028 (राज्य विधानसभा चुनाव) जीतना है, हम इसके लिए काम करेंगे।"
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कर्नाटक कांग्रेस इकाई में आंतरिक मतभेद की अटकलें हैं। बता दें कि शिवकुमार ने पहले सिद्धारमैया के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा था, "मेरे पास क्या विकल्प है? मुझे उनके साथ खड़ा होना है और उनका समर्थन करना है। मुझे कोई आपत्ति नहीं है।"
इस टिप्पणी के तुरंत बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार में आंतरिक मतभेद के भाजपा के दावों को खारिज कर दिया और आरोपों को "झूठ" करार दिया तथा दोहराया कि उनकी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
सिद्धारमैया ने कहा, "भाजपा जो कहती है वह केवल झूठ है। आप (मीडिया) केवल उनकी बातों पर विश्वास नहीं करते। वे झूठ बोलने के लिए जाने जाते हैं। वे सच बोलना नहीं जानते। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे विश्वास करते हैं या नहीं, हम सब एक साथ हैं।"
उन्होंने कहा, "जैसा कि मैंने मैसूर में आपसे कहा था, हमारी सरकार पांच साल तक चट्टान की तरह बनी रहेगी। भाजपा के लोग दिवास्वप्न देख रहे हैं।"
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बेंगलुरू में आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक कर्नाटक भर में संभागीय बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा थी।
उन्होंने कहा, "हमने पश्चिमी क्षेत्र में मंत्रिमंडल की बैठकें कीं। आज हम बेंगलुरू संभाग में एक बैठक कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद हम बेलगावी संभाग में भी बैठक करेंगे। हम विजयपुरा में भी बैठक करने पर विचार कर रहे हैं।"