बता दें कि अभी तक शिवसेना के दबदबे वाले इस महत्वपूर्ण चुनाव में पार्टी भाजपा के साथ मिलकर लड़ती रही है। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने ने भाजपा को धमकी भरे स्वर में कहा है कि 'मत उलझिए वर्ना अपने हाथ जला बैठोगे'।
शनिवार को नागपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए उद्धव ने कहा उद्धव का यह बयान मुख्यमंत्री फडणवीस के उस बयान के उलट आया है जो जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन के मौके पर कहा था कि पार्टी चुनावों से पूर्व शिवसेना से गठबंधन कर सकती है यदि वह वह भाजपा को क्षेत्र की बढ़ती ताकत के रूप में स्वीकार करे और विजन डॉक्यूमेंट के अनुसार चले।
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकर बनाने के बाद भाजपा खुद को राज्य में शिवसेना के बड़े भाई की भूमिका में ले आई है जबकि अभी तक इस पर शिवसेना का दावा रहा था। शिवसेना नेता भी दावा करते थे कि केंद्र की राजनीति में भाजपा बड़े भाई की भूमिका में रहेगी तो राज्य की राजनीति में शिवसेना।