कोरोना महामारी संकट के बीच महाराष्ट्र सरकार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरूपम ने राज्य में बढ़ते कोविड संकट के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दोषी ठहराया है। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि उनकी पार्टी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन का हिस्सा है लेकिन राज्य के महत्वपूर्ण निर्णयों में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
सहयोगी से नियमित संवाद नहीं करते सीएम: निरूपम
पूर्व सांसद संजय निरूपम ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मुख्यमंत्री बार-बार जनता से संवाद साधते हैं। अगर अपने सहयोगी दलों के नेताओं से भी नियमित संवाद करते तो सरकार को पिछले 60 दिनों में 60 बार flip-flop नहीं करना पड़ता। निर्णय रोज बदल रहे हैं, देर से हो रहे हैं,कई बार गलत हो रहे हैं। नतीजतन, कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है।“
मुख्यमंत्री बार-बार जनता से संवाद साधते हैं।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) May 26, 2020
अगर अपने सहयोगी दलों के नेताओं से भी नियमित संवाद करते तो
सरकार को पिछले 60 दिनों में 60 बार flip-flop नहीं करना पड़ता।
निर्णय रोज बदल रहे हैं, देर से हो रहे हैं,कई बार गलत हो रहे हैं।
नतीजतन, #कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है।#covid19
सरकार चलाने और समर्थन देने में अंतर: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी महाराष्ट्र में "प्रमुख निर्णय निर्माता" नहीं है, वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार चलाने और सरकार का समर्थन देने में अंतर होता है। उनकी यह टिप्पणी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के एक दिन बाद आई है, जिसमें राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए कहा गया था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार कोरोनो वायरस संकट से निपटने में विफल रही है।
शिवसेना ने विपक्ष के दावे को किया खारिज
इस वक्त महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार है जिसमें शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को विपक्ष को फटकार लगाते हुए कहा कि राज्य में में गठबंधन सरकार मजबूत है और उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया।
राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले
देश में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। कोविड के संकट से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है। राज्य में मंगलवार तक कोरोना के कुल 54,758 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें से 1,792 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित आर्थिक राजधानी मुंबई है।