इसके बाद वीके सिंह ने अपने निशाने पर के मीडिया कर्मियों को मीडिया वर्कर कहा। हालांकि विवाद बढ़ने पर उन्होंने इसके लिए खेद प्रकट कर लिया। लेकिन कहा कि 10 फीसदी मीडिया वालों के लिए यह शब्द सही है। गुस्साए वीके सिंह ने यह भी ट्वीट करके टाइम्स नाउ के अर्नब गोस्वामी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने प्रेस्टिट्यूट में E की जगह O पढ़ा। सिंह ने इसलिए इशारा किया कि दाल में कुछ काला नजर आता है।
अब सिंह पत्रकारिया के लिए सुपारी जर्नलिज्म शब्द का प्रयोग करने के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने यह शब्द सुझाने के लिए तजिंदर बग्गा को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस शब्द को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित किया जाए।
जनरल सिंह यह आरोप लगाया है कि मीडिया का एक वर्ग उन्हें हथियार लॉबी की शह पर निशाना बना रहा है। मंत्री के अनुसार हथियार लॉबी लंबे समय से उनके खिलाफ काम कर रही है, लेकिन वह जब थल सेना चीफ थे तब उन्हें सख्ती से नियंत्रण में लिया था। वीके सिंह का कहना है कि ऐसा लगता है कि हथियार लॉबी एक बार फिर से उनके खिलाफ सक्रीय हो गई है। वीके सिंह 23 मार्च को एक कार्यक्रम में पाकिस्तान उच्चायोग जाने के बाद कुछ टीवी चैनलों पर पैदा हुए विवाद पर टिप्पणी कर रहे थे।