मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर लगातार हमला बोल रहे यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तंज कसे जाने पर पलटवार किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पीएम के शल्य वाले बयान पर कहा कि महाभारत में हर प्रकार के चरित्र हैं। उन्होंने कहा, “शल्य कौरवों के पक्ष में कैसे गए सब जानते हैं। नकुल-सहदेव के मामा शल्य दुर्योधन की ठगी के शिकार हो गए। महाभारत में एक और अच्छा चरित्र हैं भीष्म पितामह का। उन्हें आज भी इतिहास में द्रौपदी के चीर हरण के वक्त खामोश रहने के लिए दोषी माना जाता है। अर्थव्यवस्था के चीर-हरण के वक्त मैं खामोश नहीं रहूंगा।”
उन्होंने कहा कि पीएम ने अर्थव्यवस्था पर आगे आकर राय दी है यह खुशी की बात है। यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि हम आशावादी है कि निराशावादी। हमने या कुछ और लोगों ने जिन मुद्दों को उठाया जरूरी है कि सरकार उन पर गंभीरता से विचार करे। देश और अर्थव्यवस्था के सामने जो संकट है उसे दूर किया जाए।
दरअसल प्रधानमंत्री ने बुधवार को आर्थिक नीतियों पर आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, “ये लोग शल्यवृत्ति ( निराशावादिता) से पीड़ित हैं। उन्हें अच्छी नींद तब आती है जब वो अपने आस-पास निराशा फैसला देते हैं। हमें ऐसे लोगों की पहचान करने की जरूरत है।”
दरअसल महाभारत के शल्य माद्री के भाई और नकुल और सहदेव के मामा थे। जब शल्य को पता चला कि महाभारत युद्ध होने वाला है तो वह पांडवों की तरफ से लड़ने के लिए चल पड़े पर रास्ते में में ही दुर्योधन ने उन्हें छल से अपनी सेना में मिला लिया।