देशभर में हो रहे प्रदर्शनों के बीच नागरिकता संशोधन कानून पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश जारी कर सरकार पर लोगों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन सरकार इसकी अनदेखी कर रही है और जबरन निर्दयता से इसे दबा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'भाजपा सरकार देशभर में छात्रों और जनता के प्रदर्शनों को जिस तरह दबा रही है उसे लेकर कांग्रेस चिंतित है। देशभर के विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम और दूसरे मुख्यधारा के शिक्षा संस्थानों में छात्र भाजपा की विभाजनकारी और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लोकतंत्र में लोगों को गलत फैसलों के खिलाफ आवाज उठाने और चिंता जाहिर करने का हक है। सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह लोगों की सुने और उनकी परेशानियों को दूर करे।
कांग्रेस ने की निंदा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार की कार्रवाई की निंदा करती है और छात्रों और नागरिकों के संघर्ष में उनके साथ है। संदेश में उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है। नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी और अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा।
देशभर में जारी है विरोध
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन बीते कई दिनों से जारी हैं। दिल्ली के दरियागंज इलाके में शुक्रवार को नये नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एक कार को आग के हवाले कर दिया गया। इससे पहले कानून के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, अहमदाबाद, मुंबई समेत कई शहरों में प्रदर्शन हुए थे। लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन हुए और आगजनी भी कई गई, जिसमें एक की मौत हो गई। वहीं कर्नाटक में भी प्रदर्शन के दौरान दो की मौत हो गई थी। यूपी में शुक्रवार को पांच लोगों की मौत हो गई।