जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने गए थे जहां दोनों के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन पर चर्चा हुई। मीडिया से बातचीत करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के लिए बार-बार प्रयास कर रही हैं। मुझे भरोसा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के नजदीक आते-आते विपक्ष कोई आकार ले लेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग यही बात कर रहे हैं कि कैसे सभी क्षेत्रीय पार्टियों को साथ लाया जाए ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का एक साथ होकर मुकाबला किया जा सके। विपक्ष का प्रयास तब तक कामयाब नहीं हो पाएगा जब तक भाजपा के खिलाफ कांग्रेस मजबूत होकर न उभरे। अगर कांग्रेस हमारी आशा के अनुरूप मुकाबला नहीं करती तो कोई भाजपा को चुनौती नहीं दे पाएगा।
उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर राज्य को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज भारत उतना मजबूत नहीं है जितना कि हो सकता था। हम जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व जैसे राज्यों में माओवादी, उग्रवाद जैसी परेशानी का सामना कर रहे हैं। राज्य के कमजोर होने से केंद्र ने विकास को पीछे कर दिया। उन्होंने कहा कि देश को मजबूत बनाने के लिए मजबूत केंद्र की ज़रूरत होती है लेकिन वो राज्यों की कीमत पर नहीं किया जा सकता। आपके पास मजबूत केंद्र तभी हो सकता है जब आपका राज्य मजबूत हो।