कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक की। सोनिया ने कहा कि विपक्ष को वर्ष 2024 के आम चुनाव के लिए व्यवस्थित योजना बनानी होगी और दबाव और बाध्यताओं से ऊपर उठना होगा। यह एक चुनौती है लेकिन हम मिलकर यह कर सकते हैं क्योंकि इसका कोई विकल्प नहीं है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि संसद में विपक्षी एकता का भरोसा, लेकिन इसके बाहर बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी। लक्ष्य 2024 लोकसभा का चुनाव है। जिसके लिए हमें अपने देश को स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और हमारे संविधान के सिद्धांतों और प्रावधानों में विश्वास करने वाली सरकार देने के उद्देश्य से व्यवस्थित रूप से योजना बनाना शुरू करना होगा।
उन्होंने कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों ने कहा कि विपक्ष को एकजुट होना होगा, गैर भाजपा राज्य सरकारों को परेशान किया जा रहा है। हमें साथ आना होगा और केंद्र सरकार का सामना करना होगा।
सोनिया गांधी ने कहा कि सबकी अपनी मजबूरियां भी हैं, लेकिन राष्ट्र हित की मांग है कि हम सब उससे ऊपर उठें। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि संसद के आने वाले सत्रों के दौरान भी विपक्ष की एकता कायम रहेगी। बड़ी राजनीतिक लड़ाई संसद के बाहर लड़ी जानी ह।.” उन्होंने कहा कि इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है और कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार के सार्वजनिक महत्व के जरूरी मुद्दों पर चर्चा और बहस करने की अड़ियल और अहंकारी अनिच्छा के कारण संसद का मॉनसून सत्र फिर से पूरी तरह से बर्बाद हो गया। कांग्रेस पार्टी की ओर से, मैंने कई मौकों पर प्रधान मंत्री को सीधे नकद सहायता जैसे तत्काल उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डालने के लिए लिखा है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुई है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ‘‘वर्तमान सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने में विफल रही है जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं, जो लोग हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए, ऐसा मेरा आह्वान है।’’
पवार ने कहा, ‘‘एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता ह।. मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों से एक साथ निपटने के बजाय, हमें प्राथमिकता तय कर के सामूहिक रूप से इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए।’’
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस समेत 19 दलों के नेता बैठक में मौजूद रहे जिन दलों ने हिस्सा लिया, उनमें कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके. शिवसेना, जेएमएम, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरजेडी, एआईयूडीएफ, वीसीके, लोकतांत्रिक जनता दल, जेडीएस, आरएलडी, आएसपी, केरल कांग्रेस मणि, पीडीपी और आईयूएमएल शामिल हैं।