अयोध्या भूमि विवाद फैसले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि आज बहुत खुश हूं और देशवासियों की खुशी के साथ हूं। मंदिर आंदोलन आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन था। यह मेरे लिए पूर्णता का क्षण है क्योंकि ईश्वर ने मुझे इस जन आंदोलन में योगदान देने का अवसर दिया। जिसका परिणाम सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आज संभव हुआ है।
आडवाणी ने कहा कि रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान मैंने अक्सर कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का असली उद्देश्य एक शानदार राष्ट्र मंदिर का निर्माण करना है। अयोध्या में जो भव्य राम मंदिर बनेगा वो राष्ट्र निर्माण होगा।
राम लोगों के दिलों में काबिज
उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि राम और रामायण भारत की सांस्कृतिक और सभ्यता की विरासत में एक सम्मानित स्थान पर काबिज हैं और रामजन्मभूमि भारत और विदेशों में हमारे देश के करोड़ों लोगों के दिलों में एक विशेष और पवित्र स्थान रखती है। इसलिए, यह संतुष्टिदायक है कि उनकी धारणा और भावनाओं का सम्मान किया गया है। यह फैसला पिछले कई दशकों से एक लंबी और विवादास्पद प्रक्रिया की परिणति है।
सभी वर्ग मिलकर काम करें
लंबे समय तक भाजपा अध्यक्ष आडवाणी ने कहा, "अब अयोध्या में लंबे समय से मंदिर-मस्जिद विवाद समाप्त हो गया है, समय आ गया है कि सभी विवाद और तीखेपन को पीछे छोड़ दें और सांप्रदायिक सहमति और शांति को गले लगाएं।” उन्होंने भारत के विविध समाज के सभी वर्गों से देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की अपील की।
आडवाणी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन एक प्रमुख स्थान पर देने के लिए कहा गया है। आडवाणी ने कहा, "मैं अयोध्या मामले में आज सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसले का तहे दिल से स्वागत करता हूं।"