यह वही मामला है, जिसमें सीबीआई ने उद्योगपति नवीन जिंदल और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए हैं। इस मामले में कोड़ा भी एक आरोपी हैं। कोड़ा ने उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मनमोहन सिंह, तत्कालीन ऊर्जा सचिव आनंद स्वरूप और तत्कालीन खदान एवं भूविज्ञान सचिव जयशंकर तिवारी को तलब करने की मांग की। कोड़ा के आवेदन की प्रति सीबीआई को दे दी गई और अदालत ने एजेंसी से कहा है कि यदि इस याचिका पर उसका कोई जवाब है तो वह उसे दायर करे।
हालांकि कोड़ा के वकील ने अदालत से कहा कि इस आवेदन पर दलीलें इस मामले में आरोप तय करने पर होने वाली बहस के साथ सुनी जाएं। अदालत ने सीबीआई द्वारा आरोपी को आरोपपत्र के साथ उपलब्ध करवाए दस्तावेजों की जांच के लिए 28 अगस्त की तारीख तय कर दी। यह मामला झारखंड के अमरकोंडा मुर्गडंगल कोयला ब्लॉक जिंदल समूह की दो कंपनियों जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) और गगन स्पॉन्ज आयरन प्राइवेट लिमिटेड (जीएसआईपीएल) को आवंटित किए जाने से जुड़ी कथित अनियमितताओं का है। इस मामले में जिंदल के अलावा कोड़ा, पूर्व कोयला मंत्री दसारी नरायण राव, पूर्व कोयला सचिव एच.सी. गुप्ता और 11 अन्य आरोपी हैं। इन आरोपियों में पांच कंपनियां भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि मधु कोड़ा निर्दलीय विधायक होने के बावजूद झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए थे और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में कांग्रेस का समर्थन भी हासिल था। मुख्यमंत्री रहते हुए कोड़ा पर पद का दुरुपयोग कर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगे थे।