किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के केंद्र को फटकार के बाद अब विपक्षी खेमा सक्रिय हो गया है। कृषि कानूनों पर आज सुप्रीम फैसला आना है और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बीच विपक्षी नेताओं से बातचीत शुरू कर दी है।
इंडियन एक्सप्रेस म मुताबिक, सोनिया गांधी विरोध प्रदर्शनों पर एक संयुक्त विपक्ष की रणनीति तैयार करने के लिए एक बैठक बुलाने की योजना बना रही है। उनकी पहल पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने वाम नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात की। वाम नेताओं ने कहा कि उन्होंने किसान विरोध के मुद्दे पर चर्चा की।
कांग्रेस कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों को लेकर उत्साहित है और पार्टी नेताओं का मानना है कि शीर्ष अदालत इस कानून को स्थगित कर सकती है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट और उसकी चिंताओं का सम्मान करते हैं। लेकिन इस कानून को रद्द करने के अलावा कोई दूसरा समाधान नहीं है।'
गौरतलब है कि सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया था कि वह कृषि बिल के अमल पर रोक लगा सकती है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अगुवाई वाली बेंच ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि उसने कृषि बिल के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को ठीक तरह से हैंडल नहीं किया। कोर्ट ने निराशा जताते हुए कहा कि वह इस बात को लेकर दुखी है कि केंद्र सरकार ने इस मामले को सक्षम तरीके से हैंडल नहीं किया।