योगी सरकार ने नॉएडा फिल्म सिटी की घोषणा के बाद यूपी सरकार इस तरफ गंभीर हो कर काम कर रही है।योगी अब मुम्बई मे है तो महाराष्ट सरकार की नीद उड गए है ।उधव ठाकरे को लग रहा है की अगर योगी जिस तरह से अक्षय कुमार ,कैलाश खरे और अशोक पन्डित , गजेन्द्र चौहान आगे आये है और नॉएडा फिल्म सिटी को बॉलीहुड के बीच कम्पीटिशन चरम पर नज़र आने लगा है।योगी एक तरफ फिल्म हस्तियो से मुलाकत कर रहे है तो महाराष्ट्र सरकार ने आगामी सिने जगत के पलायन को लेकर उसको राजनीत का रूप देना शुरु कर दिया है ।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 2 दिन के मुंबई दौरे में महाराष्ट्र में खलबली मच गई है। नोएडा में फिल्म सिटी बनाए जाने के लिए फिल्मी हस्तियों से मुलाकात करेंगे और इस सिलसिला ज़ारी है
महाराष्ट्र सरकार में इस बात को लेकर खलबली भी है, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है जबरन किसी भी कारोबार को नहीं जाने देंगे उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा निष्पक्ष हो लेकिन जबरन नहीं होना चाहिए ।वहीं दूसरी तरफ योगी का मुंबई में स्वागत हुआ और यह माना जा रहा है कि कई फिल्म कलाकार से मिल कर के नोएडा फिल्म सिटी मे आमंत्रित भी किया जाएगा। यूपी सरकार फिल्म सिटी के माध्यम से मुंबई में बॉलीवुड को एक दूसरा विकल्प देना चाह रही है। जिसको लेकर के महाराष्ट्र में अलग अलग तरीके से प्रतिक्रिया आनी शुरु हो गयी है।सुप्रिया सुले ने कहा योगी मुंबई में स्वागत है वह कितना भी प्रयास कर ले लेकिन बॉलीवुड मुंबई से अलग नहीं हो सकता ।अशोक चौहान कांग्रेस के नेता उन्होंने कहा यूपी सरकार के माध्यम से बॉलीवुड को खत्म करने की पटकथा तैयार की गई है लेकिन प्रदेश के भाजपा नेता इस काम में सहभागी होकर महाराष्ट्र से द्रोह ना करे ।
योगी सरकार की नॉएडा फिल्म सिटी को आकार लेना बाकी है पर प्लानिंग जबरदस्त है ,तकनीक से लेकर इंटरनैशनल सुविधा के साथ नॉएडा फिल्म सिटी का जवाब नही होगा और उस्का असर माया नगरी के कलाकार और प्रोडक्सन कम्पनियो पर दिखने लगा है और मुम्बई मै बैठी उधव ठाकरे हडबड़ा गये है ऐसा लग रहा है।
योगी सरकार की कोशिश है कि मुंबई में जो बड़े प्रोडक्शन हाउस हैं जो बड़े कलाकार हैं उनको फिल्म सिटी का न्योता दिया जाए जिससे यूपी के विकास में गति आ सके और निश्चित तौर पर नॉएडा फिल्म सिटी की तरफ जो भी होगा बॉलीवुड का जो दबदबा मुंबई में है वह फिर जरूर घटेगा।