गांधी परिवार के सदस्यों का एसपीजी कवर हटाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एसपीजी के जवानों को धन्यवाद दिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘एसपीजी में मेरे सभी भाइयों और बहनों को एक धन्यवाद, जिन्होंने वर्षों से मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा के लिए अथक प्रयास किया। आपके समर्पण, आपके निरंतर समर्थन और स्नेह भरी यात्रा के लिए धन्यवाद। यह सफर मेरे लिए बेहद खास रहा है। एक बेहतरीन भविष्य के लिए शुभकामनाएं।‘
कांग्रेस ने कहा-राजनातिक प्रतिशोध पर लिया फैसला
वहीं, फैसले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि गांधी परिवार से राजनीतिक प्रतिशोध के चलते सरकार ने एसपीजी सुरक्षा वापस हटाने का फैसला लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि इससे देश के उन दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवारों की सुरक्षा के साथ समझौता हुआ है, जिन्होंने आतंक और हिंसा के खिलाफ कार्रवाई की थी।
अब मिलेगी Z+ सुरक्षा
शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार ने गांधी परिवार से एसपीजी कवर लिए जाने का फैसला लिया है। अब नई व्यवस्था के तहत उन्हें एसपीजी की जगह Z+ सुरक्षा दी जाएगी। हाल ही में सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला किया था। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से एसपीजी सुरक्षा हटने के बाद अब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास यह सुरक्षा कवच है।
राजीव गांधी की हत्या के बाद मिली थी एसपीजी सुरक्षा
एसपीजी का गठन 1985 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया गया था। 1988 में इससे संबंधित कानून संसद ने पास किया। उक्त कानून में पूर्व प्रधानमंत्रियों को इस सुरक्षा का पात्र नहीं माना गया था। वीपी सिंह सरकार ने 1989 में इसी आधार पर राजीव गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी। जिसके बाद 21 मई 1991 को राजीव गांधी की श्रीपेंरबदूर में हत्या हो गई थी। इस घटना के बाद ही एसपीजी कानून में संशोधन किया गया। संशोधित कानून में प्रावधान था कि पूर्व पीएम और उनके परिवार के सदस्यों को प्रधानमंत्री पद से हटने के 10 साल बाद तक एसपीजी कवर मिलेगा।