लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जो यह अग्निपथ योजना लायी गयी है। यह केवल युवाओं में देश के प्रति भरे हुए शौर्य और देश प्रेम के जज्बे को खत्म करने का कुचक्र है। यह देश के दुश्मनों का मनोबल बढ़ाने वाली और देश के मौजूदा सैनिकों का मनोबल गिराने वाली है योजना है। वैश्विक स्तर पर मजबूत पहचान और अदम्य साहस रखने वाली भारतीय सैन्य शक्ति को कमजोर करने का षड्यंत्र है। युवाओं को इन नकली राष्ट्रवादियों को समझने की जरूरत है। “अग्निपथ“ जैसी आत्मघाती योजना देश की सीमाओं की सुरक्षा की गारंटी को खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा कि सेना में जाने का प्रयास करने वाला युवा सिर्फ नौकरी के लिए फौज में नहीं जाता बल्कि उसके मन में फौजी बनने की तमन्ना होती है। नौकरी के लिए तो तमाम विकल्प है। मगर सेना में जाने वाले युवा के दिल में देश सेवा की तमन्ना होती है और देश सेवा करने वाले को 4 साल बाद ही चौकीदार या किसी अन्य रोजगार में समायोजित नहीं किया जा सकता। सेना में जाने वाले को 4 साल की उम्र तक सरकार द्वारा अधिकतम सुविधा, रिटायरमेंट के बाद पेंशन और सम्मान मिलते रहना चाहिए अन्यथा युवाओं का फौज के प्रति रुझान घटेगा।
संजय सिंह ने कहा कि तीन काले कृषि कानून को जिस तरह से सरकार ने वापस लिया, अग्निपथ योजना को भी उसी तरह से वापस ले। लोकतंत्र में अहं का कोई स्थान नहीं। संसद और विधानसभा में जनप्रतिनिधि को चुनकर जनता अपनी भलाई के लिए भेजती है ना कि जनप्रतिनिधि के मन की बात सुनने के लिए। अग्निपथ के खिलाफ युवा है उसे वापस लिया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि फौज में भर्ती होने वाला एक एक युवा अग्नीपथ योजना के खिलाफ है। चली आ रही परंपरागत भर्ती से हटकर फौज में इस तरह का प्रयोग कहीं देश के लिए घातक ना हो जाए। फौज में प्रयोग नहीं होना चाहिए और ना ही फौज के बजट में किसी प्रकार की कटौती होनी चाहिए। एक तरफ राष्ट्रवाद की बड़ी-बड़ी बातें हो रही है दूसरी तरफ फौज को पैसे देने में सरकार कोताही बरत रही है। संजय सिंह ने कहा जब तक अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी तब तक कांग्रेस चैन से नहीं बैठेगी और राहुल गांधी के नेतृत्व में संसद से लेकर सड़कों तक आंदोलन करेगी।