मध्य प्रदेश में होने वाल मंत्रिमंडल विस्तार और निगम-मडंलों में अपने समर्थकों को नियुक्ति दिलाने को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर दबाव डाल रहे है। सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर हुई दोनों की मुलाकात में कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया। अब मामला प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंच गया है, जहां पर इस बारे में कोई अंतिम फैसला लिया जायेगा।
शिवराज सिंह और सिंधिया दोनों लोग सोमवार शाम को एक साथ दिल्ली पहुंचे। यहां पर शिवराज सिंह मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। इसमें वे सिंधिया की ओर से की जा रही मांग के बारे में बतायेंगे। राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और निगम-मंडलों में नियुक्तियों को लेकर राज्य संगठन की बात भी मोदी को बताई जायेगी। इस मुलाकात के बाद यह तय होगा कि सिंधिया की कितनी बात मानी जायेगी।
उपचुनाव की जीत के बाद मध्य प्रदेश भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ गया है। इसी का नतीजा है कि वे मंत्रिमंडल विस्तार में अपने समर्थक विधायकों को मंत्री बनवाना चाह रहेहै। केवल इतना ही नहीं वे चुनाव हार चुके मंत्रियों की निगमों में नियुक्ति के लिए दबाव बना रहे है।
उपचुनावों में उनके कोटे के दो मंत्री इमरती देवी और गिरिराज दंडोतिया चुनाव हार गये है। अब सिंधिया चाहते है कि इन दोनों के स्थान पर उनके दूसरे समर्थक विधायकों को स्थान दिया जाये। दूसरी ओर शिवराज यह चाह रहे थे कि मंत्रिमंडल में अपने करीबी लोगों को स्थान दे, जिन्हें वे पहले नहीं ला पाये थे।
बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति जल्द होगी घोषित
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जल्द ही टीम की घोषणा करेंगे लेकिन उनकी टीम में सिंधिया के समर्थकों को ज्यादा जगह मिलेगी, ऐसी उम्मीद बहुत कम है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा जल्दी ही अपनी नई टीम की घोषणा करेंगे। उनकी टीम के ज्यादातर चेहरे नए होंगे। शर्मा ने केंद्रीय नेतृत्व को भरोसे में लेकर ही अपनी टीम बनाई है। उनकी दिल्ली में सिंधिया के साथ भी एक बैठक हो चुकी है।