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किसानों पर लाठी चलवाकर 'चैंपियन ऑफ अनर्थ' साबित हुए हैं पीएम मोदीः कांग्रेस

कांग्रेस ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों पर बल प्रयोग करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर...
किसानों पर लाठी चलवाकर 'चैंपियन ऑफ अनर्थ' साबित हुए हैं पीएम मोदीः कांग्रेस

कांग्रेस ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों पर बल प्रयोग करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस कहा कि लगता है कि देश की मोदी सरकार किसान मुक्त भारत का निर्माण करने में जुटी है। बेशक संयुक्त राष्ट्र ने मोदी को 'चैंपियन ऑफ अर्थ' का पुरस्कार दिया है, लेकिन किसानों पर लाठी चलवाकर वह 'चैंपियन ऑफ अनर्थ' साबित हुए हैं।

एक प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी भगोड़ों को देते हैं नोट और किसानों को देते हैं लाठी की चोट। अब तो देश के हर कोने से यही स्वर सुनाई देता है-नरेंद्र मोदी, किसान विरोधी। मोदी सरकार में कई बार किसानों पर लाठियां और गोलियां चलाईं गई हैं। अब तो यह रोजाना की बात हो गई है।'

सुरजेवाला ने कहा कि किसानों को एक बार फिर झूठे वादों को टोकरी पकड़ा दी गई। यह सरकार कब तक किसानों को ठगेगी? प्रधानमंत्री जी जवाब दें।'  उन्होंने सवाल किया, 'एमएसपी का वादा जुमला क्यों बन गया? जब 4 साल में बड़े उद्योगपतियों के 3.17 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया तो 62 करोड़ लोगों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता?

कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि यूरिया और खाद की कीमतें बढ़ाकर किसानों पर अत्याचार क्यों? डीजल की कीमत लगातार बढ़कर किसान की कमर क्यों तोड़ रहे हैं?'  उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकारों में तो किसानों से सौतेला व्यवहार कुछ ज्यादा ही बढ़ता जा रहा है। किसानों के विरोध-प्रदर्शनों का सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है।

लगाया गब्बर सिंह टैक्स

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सवाल यह है कि जब 16 मई, 2014 को डीज़ल की कीमत 55.49 रुपये प्रति लीटर थी, जो आज 75.25 रुपये प्रति लीटर है, तो फिर किसान के ईंधन, डीज़ल की कीमत 19.76 रुपेय प्रति लीटर क्यों बढ़ाई? ‏ क्यों किसान खाद पर 5 प्रतिशत जीएसटी, ट्रैक्टर/खेती उपकरणों पर 12 प्रतिशत जीएसटी, कीटनाशक दवाईयों पर 18 प्रतिशत जीएसटी, ट्रैक्टर टायरों व ट्रांसमिशन पर 18 प्रतिशत जीएसटी देने को मजबूर है? आजादी के 71 वर्षों में किसी सरकार ने ‘खेती पर टैक्स’ नहीं लगाया। सवाल यह है कि मोदी सरकार ने किसान की खेती पर ‘गब्बर सिंह टैक्स’ क्यों लगाया? देश के अन्नदाता  62 करोड़ किसानों की ‘कर्जमुक्ति’ के लिए मोदी सरकार कन्नी क्यों काट रही है?

मोदी सरकार में बढ़ी हैं आत्महत्या

पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि किसान की दिक्कत ये है कि फसल कम होती है तो खेत में रोता है और ज्यादा होती है तो बाजार में रोता है। आज हमारा 10,000 करोड़ का उत्तर प्रदेश की मिलों पर बकाया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों का बुरा हाल है, सरकार न जीने देती है न मरने देती है। अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जब से मोदी सरकार आयी है किसानों की आत्महत्या बढ़ी है।

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