कांग्रेस ने कहा कि तीन राज्यों में हार का सामना करने के बाद सरकार अब जीएसटी की दरों में कमी लाने की बात कर रही है जिसकी कांग्रेस हमेशा से पक्षधर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी लगातार इस बात को दोहराते रहे हैं कि कई कर दरों वाला जीएसटी मूल जीएसटी नहीं है। जीएसटी को लेकर सरकार के तुगलकी फरमान की कीमत साढ़े चार साल देश की आम जनता को चुकानी पड़ी है।
'अब जीएसटी में बदलाव की कर रहे हैं बात'
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि जीएसटी ‘एक देश, एक कर’ नहीं है बल्कि ‘एक देश और सात कर’ है। तीन प्रदेशों में हारने के बाद प्रधानमंत्री अब ज्यादातर चीजों को 18 प्रतिशत के दायरे में रखे जाने की ओर इशारा कर रहे हैं।
'कांग्रेस के विरोध पर खड़े किए थे सवाल'
इस साल जुलाई में वित्तमंत्री जेटली ने कहा था कि एक कर दर की बात करना दोषपूर्ण विचार है। लेकिन हाल के विधानसभा चुनावों के नुकसान से मोदी और भाजपा ने अब अपना रुख बदल दिया है। राहुल गांधी की वन टैक्स की माँग को खारिज करने वाले प्रधानमंत्री आज अपने ही शब्दों से मुकर रहे हैं।
'अभी तो यह ट्रेलर है'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी, अब आपके जाने का समय आ गया है। अब दोहरी बात करना बेकार है। तीनों राज्यों में आपने ट्रेलर देखा है और जल्द ही पूरी फिल्म सामने आ जाएगी। सिंघवी ने कहा कि साढ़े चार साल तक जीएसटी के तुगलकी फरमान की कीमत हिंदुस्तान के आम लोगों को चुकानी पड़ी है। मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण हर क्षेत्र में नौकरियों में खासी गिरावट आई है।