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'यह 26वीं बार है...', अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के युद्धविराम के दावे को लेकर केंद्र पर बरसी कांग्रेस

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 26वीं बार भारत और पाकिस्तान के...
'यह 26वीं बार है...', अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के युद्धविराम के दावे को लेकर केंद्र पर बरसी कांग्रेस

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 26वीं बार भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने का दावा करने पर केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया।

शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप की एक्स पोस्ट को साझा करते हुए रमेश ने उल्लेख किया कि कंबोडिया और थाईलैंड के बीच मध्यस्थता करते हुए ट्रंप ने फिर दावा किया कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की।

जयराम रमेश ने लिखा, "राष्ट्रपति ट्रम्प अब कंबोडिया और थाईलैंड के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं और इस अवसर का उपयोग 26वीं बार दावा करने के लिए कर रहे हैं - भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से युद्ध विराम का।"

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद अपने चौथे दिन में प्रवेश कर गया है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर अपने व्यापार के रथ पर सवार होकर, दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ बातचीत के बाद युद्ध विराम का आह्वान किया, तथा भारत-पाकिस्तान संघर्ष के साथ तुलना की।

ट्रुथ सोशल पर शनिवार (स्थानीय समय) को प्रकाशित पोस्टों की श्रृंखला के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच युद्ध विराम और शांति समझौते के लिए एक बार फिर व्यापार वार्ता का सहारा लिया है।

उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि यह संघर्ष "मुझे पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष की याद दिलाता है, जिसे सफलतापूर्वक रोक दिया गया था।"

जयराम रमेश की यह टिप्पणी कांग्रेस द्वारा पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर केंद्र पर लगातार हमले के बीच आई है।

इससे पहले शनिवार को रमेश ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए भारतीय कूटनीति की "विफलता" का आरोप लगाया और कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री की दोस्ती "खोखली साबित हो रही है।"

कांग्रेस के संचार प्रभारी (महासचिव) रमेश ने एक्स पर लिखा, "19 जून, 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा चीन को क्लीन चिट देने की भारत को पहले ही भारी कीमत चुकानी पड़ी है। राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी बहुप्रचारित दोस्ती अब खोखली साबित हो रही है।"

रमेश ने कहा, "भारतीय कूटनीति की घोर विफलता, खासकर पिछले दो महीनों में, चार तथ्यों से सबसे ज़्यादा उजागर होती है। ये तथ्य प्रधानमंत्री और उनके ढिंढोरा पीटने वालों और जयजयकार करने वालों के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलते हैं। 10 मई, 2025 से अब तक राष्ट्रपति ट्रंप 25 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया था। उन्होंने भारत और पाकिस्तान को धमकी दी है कि अगर उन्होंने युद्ध नहीं रोका, तो वे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता नहीं करेंगे।"

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