प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के मौके शनिवार को गांधी-नेहरू परिवार पर अपरोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि ये देश का दुर्भाग्य रहा है कि एक परिवार का महिमामंडन करने के लिए देश के अनेक सपूतों और उनके योगदानों को छोटा कर दिया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश के रायपुर में कहा कि डॉ. मुखर्जी जैसे इन सपूतों के योगदान को भुला देने का भरपूर प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के विकास में जनभागीदारी का महत्व समझते हुए जो रास्ते दिखाए थे वो आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। मोदी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी कहते थे कि कोई भी राष्ट्र अपनी ही ऊर्जा से सुरक्षित रह सकता है, उनका अपने देश के साधनों, संसाधनों और देश के प्रतिभाशाली लोगों पूरा भरोसा था। आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्य तिथि है। आज मैं उनका पुण्य स्मरण करता हूँ, उनको नमन करता करता हूँ और आदर पूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
मोदी ने कहा कि एक समय था जब मध्य प्रदेश को देश के बीमारू राज्य के रूप में देखा जाता था और राज्य में शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश का कभी ये अपमान चुभता नहीं था और ना ही आने वाले भविष्य की उन्होंने कभी चिंता की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की तारीफ करे हुए प्रधानमंत्र ने कहा कि उनके शासन में मध्य प्रदेश ने विकास की नई गाथा लिखी है। यहां मोहनपुरा में सिंचाई परियोजना का लोकार्पण और तीन वाटर सप्लाई स्कीमों पर काम शुरू होना, इसी कड़ी का एक हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि इस सभा में इतनी बड़ी संख्या में आपका आना इस बात की गवाही दे रहा है कि सरकार पर, उसकी नीतियों पर आपका कितना विश्वास है। जो लोग देश में भ्रम फैलाने में लगे हुए हैं, वो जमीनी सच्चाई से किस तरह कट चुके हैं, आप इसकी साक्षात तस्वीर हैं। मोदी ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सफलतापूर्वक जनसेवा करते करते, एक के बाद एक जन कल्याण के फैसले लेते-लेते 4 वर्ष की यात्रा पूर्ण की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज चार हजार करोड़ रुपये की मोहनपुरा सिंचाई परियोजना के लोकार्पण के साथ-साथ पानी की तीन बड़ी परियोजनाओं की शुरुआत करने का अवसर मिला।