महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद पीएम नरेंद्र मोदी से रिश्तों को लेकर पूछे गए सवाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि बेशक राजनीतिक रूप से साथ नहीं हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा रिश्ता खत्म हो गया है। मैं कोई नवाज शरीफ से मिलने नहीं गया था। इसलिए यदि मैं उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करता हूं तो इसमें गलत क्या है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली में पीएम मोदी और उद्धव ठाकरे के बीच यह दूसरी मुलाकात है। उनकी मुलाकात अहम मानी जा रही है। उद्धव साथ के उप मुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री अशोक चव्हाण भी मौजूद रहे। इससे पहले दोनों की पहली मुलाकात 6 दिसंबर 2019 को हुई थी।
मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया कि पीएम मोदी ने हमारे सभी मुद्दों को ध्यान से सुना है और गंभीरता से विचार करने की बात कही है। ठाकरे ने बताया कि पीएम मोदी के साथ मराठा आरक्षण, राजनीतिक आरक्षण, मेट्रो शेड, जीएसटी कलेक्शन, फसल बीमा और चक्रवात से हुए नुकसान समेत 12 जरूरी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। मोदी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से मराठी भाषा को केंद्र की ओर से स्टेटस दिए जाने की मांग की गई।
राज्य सरकार के मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि अब आरक्षण को लेकर राज्य से ज्यादा ताकत केंद्र के पास है, ऐसे में केंद्र सरकार को मराठा आऱक्षण मामले में आगे बढ़कर कदम उठाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सभी का पक्ष रखना चाहिए। अजित पवार ने कहा कि मसला सिर्फ महाराष्ट्र का नहीं है बल्कि देशभर का है। जीएसटी को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा 24 हजार करोड़ रुपये का हिस्सा मिलना बाकी है। इसे जल्द दिलाने का केंद्र से अनुरोध किया गया।