गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 403 विधानसभा सीटों में से एक पर भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया। विपक्ष की आलोचना के बाद अब पार्टी के नेता भी इस पर सवाल उठाने लगे हैं। केंद्रीय जल संसाधन और नदी विकास मंत्री उमा भारती के बाद अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कहा है कि पार्टी मुस्लिमों को भी टिकट देती तो अच्छा होता। उन्होंने कहा कि बीजेपी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है और पार्टी की राज्य में सरकार बनने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को इसकी भरपाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'जहां तक सवाल टिकट का है तो स्थिति बेहतर हो सकती थी (मु्स्लिमों को टिकट दिए जाते)।' इससे पहले रविवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती और उनसे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह ने भी इसी तरह के बयान दिए थे। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने पर हम उनकी परेशानियों को दूर करेंगे और उन्हें इसकी भरपाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि पार्टी इस समस्या से कैसे निपटेगी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के मुस्लिमों को टिकट न देने के आधार पर केंद्र सरकार के कामकाज को नहीं आंका जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीजेपी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में भरोसा रखती है। हमने सभी के सहयोग से केंद्र में सरकार बनाई। हम राज्य में भी सरकार बनाएंगे।'
उमा भारती ने एक टीवी चैनल से कहा, 'मुझे इस बात का बेहद दुख है कि हम एक भी मुस्लिम उम्मीदवार खड़े नहीं कर पाए। मैंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से विधानसभा में मुस्लिम को लाने के तरीके पर बात की। हम मुस्लिमों को टिकट दे सकते थे।'