केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर #MeToo कैंपेन के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद कांग्रेस ने उनका इस्तीफा मांगा है। साथ ही मामले की जांच की मांग की है।
कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर या तो संतोषजनक जवाब दें या उन्हें इस्तीफ दे देना चाहिए। हम मामले में जांच की मांग करते हैं।‘ इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा था कि यह गंभीर मामला है और इसकी जांच होनी चाहिए।
भाजपा ने साधी चुप्पी
वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस विषय पर पूछे गए सवालों का जवाब देने से ही इनकार कर दिया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी मामले पर चुप्पी साध रखी है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले में कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने आरोपी को अपना पक्ष रखने और पूरे मामले की जांच की पैरवी की मांग की है।
महिला प्रेस क्लब महिलाओं के समर्थन में
महिला प्रेस क्लब भी कैंपेन में हिस्सा ले रही महिलाओं के समर्थन में खुलकर सामने आ गया है। मंगलवार को भी कैंपेन में दो पत्रकारों समेत छह विज्ञापन कंपनियों के अधिकारियों पर कैंपेन का शिकंजा कसा।
महिला पत्रकार ने ट्वीट कर लगाया एमजे अकबर पर आरोप
एक महिला पत्रकार ने ट्वीट करके आरोप लगाया था कि एमजे अकबर होटल में बुलाकर आपत्तिजनक हरकतें और बातें करते थे। उसका आरोप है कि अकबर जब संपादक थे, तो होटल में साक्षात्कार के दौरान कई महिला पत्रकारों से आपत्तिजनक हरकतें कर चुके हैं।
देश की संस्कृति के खिलाफ है मी टू: उदित राज
भाजपा सांसद उदित राज ने मी टू अभियान को देश की संस्कृति के खिलाफ और गलत परंपरा की शुरुआत बताया। उन्होंने सवाल किया कि आखिर दस-दस साल बाद आरोप मढ़ने का औचित्य क्या है। इस दौरान सांसद ने यह भी कहा कि कुछ महिलाएं यौन शोषण के आरोपों के बहाने ब्लैकमेल के जरिए धन उगाही कर रही हैं। उदित राज का यह बयान ऐसे समय आया है जब बीते सोमवार को ही केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस अभियान का समर्थन किया था।
इस कैंपेन के तहत अब तक कई हस्तियों पर आरोप लग चुके हैं। इसकी शुरुआत तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न के आरोप के साथ हुई। इसके बाद लेखक चेतन भगत, गायक कैलाश खेर, अभिनेता आलोकनाथ, अभिनेता रजत कपूर, फिल्म डायरेक्टर विकास बहल, कॉमेडियन गुरसिमरन खंबा, उत्सव चक्रवर्ती पर आरोप लग चुके हैं।