यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए हर राजनीतिक अपना कार्ड खेल रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को आधी आबादी का कार्ड खेल दिया है। 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं...' इस स्लोगन के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी सीटों पर महिला उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान किया है। चुनाव से पहले कांग्रेस के इस दांव को पार्टी की अहम रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
बाकी दल यूपी में जहां अलग-अलग जाति और धर्म के वोटबैंक पर पकड़ रखते हैं तो वहीं कांग्रेस 50 फीसदी मतदाताओं को लुभाने के साथ यूपी में अलग वोटवैंक तैयार कर रही है। हालिक राजनीतिज्ञों का मानना है कि फैसला अच्छा है लेकिन कई चुनौतियां भी हैं। यूपी जैसे राज्य में दूसरे दल इन दिनों ओबीसी, गैर यादव और ब्राह्मण वोटों के लिए जंग लड़ रहे हैं, कांग्रेस का यह दांव कितना कारगर होगा, यह देखने वाली बात होगी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारा फैसला यूपी की हर महिला के लिए है। देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी जरुरी है। महिलाएं सेवाभाव से देश की तस्वीर बदल सकती हैं। राजनीति में बदलाव के लिए संघर्ष जरुरी है। यूपी में महिलाओं को हक मिलेगा तो फिर केंद्र में भी हक मिलेगा। प्रियंका ने एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश की है। उन्हें भी पता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए महिलाओं का साथ अहम होगा। खुद चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि अभी चुनाव लड़ने का फैसला नहीं लिया है, जल्द लूंगी।
अन्य पार्टियों को कांग्रेस का महिला आरक्षण कार्ड परेशानी खड़ी कर सकता है।। अन्य किसी पार्टी भाजपा, समाजवादी पार्टी, बसपा आदि ने आज तक इतनी तादाद में महिला उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया है। तब बाकी दलों के लिए यह फैसला चुनौतीभरा साबित हो सकता है।
कांग्रेस की युवा महिला विधायक अदिति सिंह पार्टी छोड़ चुकी हैं। उन्होंने इसे अच्छी पहल बताया है। लेकिन उन्होंने कहा है कि महिलाओं को मुश्किल सीटें देने की जगह जिताऊ सीटें दी जाएं। ऐसा ना हो कि उन्हें बलि का बकरा बना दिया जाए।
आंकड़े बताते हैं कि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत के अलावा रेकॉर्ड संख्या में महिला विधायक भी चुनी गई हैं। 2012 के चुनावों में कुल 36 महिला विधायक जीतीं थीं, तो वहीं 2017 में 40 महिलाएं विधानसभा में पहुंचीं। इनमें से सर्वाधिक 34 महिला विधायक बीजेपी से थीं। बीएसपी और कांग्रेस की दो-दो तथा समाजवादी पार्टी और अपना दल (सोनेलाल) से एक-एक महिलाएं विधायक चुनी गई थी। 2017 में यूपी में कुल 445 महिलाएं चुनावी रेस में थीं।
कांग्रेस ने यूपी की 403 सीटों में से 165 सीट पर महिला उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। कौन-कौन सी सीट पर महिला उम्मीदवार उतरेंगी, किस जाति से कितनी महिला उम्मीदवार होंगी ये आगे चलकर ही पता चलेगा। लेकिन सवाल यह है कि कांग्रेस इतनी महिला उम्मीदवार कहां से लाएगी और महिला उम्मीदवारों का चयन किस हिसाब से होगा।