समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने एक छिपी हुई "भूमिगत सेना" तैयार की है जो लोगों का अपमान कर रही है।
उन्होंने कहा, "अगर रामजी लाल सुमन (सपा सांसद) या किसी भी सपा नेता के साथ कोई घटना होती है, तो इसके लिए खुद सीएम जिम्मेदार होंगे। क्योंकि सीएम ने खुद उस संगठन को अपना आशीर्वाद दिया है, जितने भी लोग आप वहां देख रहे हैं। हमें जाति की बात नहीं करनी चाहिए, लेकिन हम यहां जाति संबंध देख सकते हैं। सीएम खुद इन सबको बढ़ावा दे रहे हैं। हिटलर के जमाने में यहां सैनिक हुआ करते थे।"
इसी तरह, उन्होंने एक छिपी हुई भूमिगत सेना तैयार की है जो समय-समय पर लोगों का अपमान करती है।"
बसपा नेता दद्दू प्रसाद और सलाउद्दीन समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। इस बीच देव रंजन नागर और जगन्नाथ कुशवाहा भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
तीन बार विधायक रहे दद्दू 2007 से 2012 के बीच उत्तर प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे। इससे पहले दिन में सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उसने राज्य के किसानों की उपेक्षा की है।
उन्होंने कहा, "यूपी में टमाटर किसानों को अपनी लागत भी नहीं मिल पा रही है, यह दिखाता है कि भाजपा सरकार कृषि की कितनी उपेक्षा करती है। दरअसल, भाजपा उत्पादन को बढ़ावा नहीं देती बल्कि कुछ भी खरीदने और बेचने का काम करती है ताकि बीच में पैसा कमाया जा सके। भाजपा की सोच हर चीज में बिचौलियों की है, चाहे वह अर्थव्यवस्था हो या राजनीति। भाजपा बड़े पैमाने पर किसानों की जमीन और कारोबार पूंजीपतियों को देना चाहती है ताकि उनसे सीधे तौर पर भारी चंदा वसूला जा सके।"
उन्होंने कहा, "इसका सबूत वो काले कानून हैं, जिन्हें भाजपा सरकार अपनी गलत नीयत के चलते लेकर आई, लेकिन किसानों की जागरूकता और एकता के कारण लागू नहीं कर पाई। इसीलिए भाजपा सरकार लगातार खेती-किसानी को हतोत्साहित करती है। अपनी गलत नीतियों के कारण भाजपा ने आवारा पशुओं की समस्या को जन्म दिया है, जिसके कारण फसलों को आवारा पशु खा जाते हैं, किसान खेती से निराश होकर खेती छोड़ देते हैं और जमीनों पर भाजपा के पूंजीपतियों का कब्जा हो जाता है। निंदनीय! आज का किसान कहता है कि उसे भाजपा नहीं चाहिए।"
5 अप्रैल को सपा प्रमुख ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए उस पर उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर भूमि हड़पने का आरोप लगाया और उसे देश का "सबसे बड़ा भू-माफिया" करार दिया। उनकी यह टिप्पणी भूमि स्वामित्व और हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक पर बढ़ते राजनीतिक विमर्श के बीच आई है।
उन्होंने कहा, "सबसे बड़ी भू-माफिया पार्टी भाजपा है। भाजपा से ज्यादा जमीन किसी ने नहीं हड़पी है। गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर और लखनऊ की रजिस्ट्री देख लीजिए। यहां सरकारी जमीन, तालाब और कई अन्य चीजें विभिन्न तरीकों से हड़पी गई हैं।"
गोरखपुर की एक घटना का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, "गोरखपुर में आज जमीन को लेकर गोलियां चलीं...सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने अनगिनत बार बुलडोजर को अमानवीय बताया है। सबसे ज्यादा भूमाफिया गतिविधियां गोरखपुर और अयोध्या में हुई हैं।"