यूपी के स्वतंत्र प्रभार पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने आउटलुक से बातचीत में कहै है कि वैसे तो विदेशों में यह चलन है कि हर शहर का अपना म्यूजियम होता है जिसमें शहर की धरोहर उसकी परंपरा और उससे जुड़ी चीजों का प्रदर्शन किया गया होता है। और लोग ऐसे सिटी म्यूजियम में जब में जा कर के उस शहर के बारे में जान सकते हैं।
अब इसी कंसेप्ट को लेकर के विभाग में यह मंथन चल रहा है और मंत्री का मानना है कि यूपी का हर जिला उसका अपना एक इतिहास है एक परंपरा है खान-पान देखने वाली चीजें ऐसी बहुत सारी चीज होती है जो आम लोगों को नहीं पता होता है सिटी म्यूजियम ऐसे ही लोगों के लिए होगा।
एक शहर को जिले को पहचानने का मौका होगा और साथ में एक वह गाइड भी होगा कि अगर आप उस जिले में और शहर में आए हैं तो आपको क्या-क्या देखना चाहिए कहां कहां जाना चाहिए और साथ ही साथ उस जिले और शहर की ऐतिहासिक महत्व क्या रहा है। मंत्री कहते हैं कि उत्तर प्रदेश, देश का वह ऐसा प्रदेश है जहां पर ललित कला से लेकर के प्राकृतिक सौंदर्य चाहे झरनों की बात हो चाहे सोनभद्र की पहाड़ियां और पत्थरों की बात हो या फिर बात हो बनारस और उनकी घाटों की संगम की मथुरा ,अयोध्या की और हस्तिनापुर बात हो,फसलों की हो बात मौसम की हो हर चीज उत्तर प्रदेश में आपको देखने को मिलती है ऐसे में प्रदेश का सिटी म्यूजियम आता है।
वह भी इन सभी धरोहरों का एक संकलन होगा लोग जान पाएंगे पुरानी इतिहास की जानकारी अपनी सभ्यता यह भी चिंतन चल रहा है कि अगर आप किसी शहर में जाएं तो एक सिटी बुकलेट हो- सिटी डायरेक्टरी हो जहां से शहर के जिले की हर जगह जरूरी जानकारी के साथ-साथ उनके बारे में पता भी है। आप कहीं भी किसी भी जिले में जाने का मन बनाए तो आपके पास जानकारियां हो और सिटी म्यूजियम से आप अपने शहर और जिले केएतिहासिक महत्व को समझ गर्व महसूस करेंगे।