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वी के सिंह को पद छोड़ देना चाहिए : तिवारी

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री वी के सिंह पर निशाना साधा और उनसे अप्रसन्नता जताने की बजाय पद छोड़ देने को कहा।
वी के सिंह को पद छोड़ देना चाहिए : तिवारी

गौरतलब है कि सिंह ने सोमवार को  यहां आयोजित पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में सरकार का प्रतिनिधित्व किया था। तिवारी ने कहा है कि पूर्व में भी मंत्रियों ने पाकिस्तान के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से मना कर दिया था।

तिवारी ने अपने ट्वीट में कहा, अगर श्रीमान हैशटैग ड्यूटी हैशटैग डिसगस्ट पाकिस्तान पर अपनी सरकार के दोहरे मानदंडों से इतने अप्रसन्न हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। अन्य मंत्रिायों ने भी पहले पाकिस्तान के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से मना किया है।

पाकिस्तानी उच्चायोग में सोमवार को यहां पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सिंह ने कई ट्वीट किए थे जिसमें अप्रसन्नता और कर्तव्य को परिभाषित किया था और संकेत दिया था कि इस कार्यक्रम के लिए भेजे जाने से वह अप्रसन्न थे। सिंह ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा था कि उनसे सरकार ने कार्यक्रम में प्रतिनिधित्व करने को कहा था।

कांग्रेस नेता पी सी चाको ने पाकिस्तान और कश्मीर पर स्पष्ट नीति नहीं रखने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, राज्यमंत्री वी के सिंह भीड़ में सोमवार को शर्मिंदगी महसूस कर रहे थे। यह दर्शाता है कि ऐसे मामलों में भारत सरकार की कोई नीति नहीं है। पाकिस्तान अपना राष्ट्रीय दिवस मना रहा है और वहां सभी भारत विरोधी लोगों को आमंत्रित कर रहा है, चाहे यह हुर्रियत (कान्फ्रेंस नेता हों) या कुछ अन्य समूह, यह सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण है।

मैं जानता हूं कि वैसे लोग जो भारत के धुर विरोधी रख रखते हैं उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ऐसे लोगों के बीच में भारत का मंत्री कैसे सहज महसूस कर सकता है। वी के सिंह बेहद साफ तौर पर कहते हुए निकले कि बाध्यता की वजह से सरकार की ओर से उन्हें जो निर्देश मिला था उसकी वजह से......।

उन्होंने कहा, निस्संदेह जब पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के लिए न्योता है तो भारत सरकार को जवाब देना है लेकिन कोई राज्यमंत्री और वह भी एक पूर्व सैन्य जनरल इतनी मुश्किल में था, यह दर्शाता है कि सरकार की इस तरह के मामलों पर कोई स्पष्ट नीति नहीं है। राकांपा ने भी इस मुद्दे पर खुद को हंसी का पात्र बनाने के लिए सरकार की आलोचना की।

राकांपा नेता मजीद मेमन ने कहा, जो लोग वहां मौजूद थे, वे ऐसे लोग थे जिनकी भारत की जनता में कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर कोई न्योता था या कोई प्रोटोकॉल था तो उसे विनम्रतापूर्वक ठुकराया जा सकता था। मेमन ने कहा, लेकिन कोई केंद्रीय मंत्री वहां जा रहा है और मीडिया हंसी का पात्र बना रही है, यह हमारे लिए गहरे खेद का विषय है।

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