विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से ही राज्य में नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर मारामारी हो रही थी। पुडुचेरी कांग्रेस के अध्यक्ष नमाचिवयम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे थे लेकिन कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक सामी को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में थे। दोनों नेताओं ने इस संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को पर्यवेक्षक के तौर पर पुडुचेरी भेजा गया जहां उन्होने विधायकों से मंत्रणा कर सामी के नाम की घोषणा की।
सामी राज्य विधानसभा के सदस्य नहीं है फिर भी विधायकों की पसंद को देखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री सामी कांग्रेस के महासचिव भी रह चुके है और वर्तमान कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव के रूप में काम कर चुके सामी कांग्रेस के कई केंद्रीय नेताओं के करीबी हैं।