प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कई केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के कई अन्य सांसदों ने देश के नए उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान किया। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे समाप्त होगा। शाम 7 बजे तक नतीजे घोषित होने की उम्मीद है। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य इस चुनाव में हिस्सा लेते हैं।
बता दें कि सी. पी. राधाकृष्णन, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं, जिनका सीधा मुकाबला विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी से है।
राजनाथ सिंह और कंगना रनौत ने किया मतदान
भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, कंगना रनौत ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया।
प्रियंका गांधी ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए किया मतदान
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया।
सोनिया गांधी ने किया मतदान
कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने संसद भवन पहुंचीं।
#WATCH | Delhi: Congress Parliamentary Party chairperson Sonia Gandhi arrives at the Parliament House to cast her vote for the Vice Presidential election.
(Source: Sansad TV) pic.twitter.com/zQy9yG4OIj
— ANI (@ANI) September 9, 2025
खड़गे और गडकरी ने डाला वोट
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला। खरगे और गडकरी हाथ थामे वोट डालने जाते दिखे।
'महाराष्ट्र के कई सांसद पार्टी लाइन पर नहीं, बल्कि व्यक्ति के चरित्र और पृष्ठभूमि के आधार पर वोट देंगे।'
शिवसेना के राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा, 'हमें पूरा विश्वास है कि सीपी राधाकृष्णन आज भारी बहुमत से जीतेंगे और भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति बनेंगे। महाराष्ट्र के कई सांसद पार्टी लाइन के आधार पर नहीं, बल्कि व्यक्ति के चरित्र और पृष्ठभूमि के आधार पर वोट देंगे।'
सपा सांसद बोले- ये एनडीए सांसदों के पास आखिरी मौका
सपा सांसद राजीव राय ने कहा, 'मैं एनडीए में अपने सहयोगियों से अपील करता हूं कि यह उनका आखिरी मौका है, चाहे तो वे किसी ऐसे व्यक्ति का समर्थन करें जो संविधान में विश्वास करता है और उसकी रक्षा करता है या किसी ऐसे व्यक्ति का समर्थन करें जो एक विशेष विचारधारा का समर्थन करता है और नफरत फैलाता है। उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति को वोट देना चाहिए जो संविधान की रक्षा करता है। विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार को जिताएं।'
'मैं लोगों की अंतरात्मा जगाने की कोशिश कर रहा हूं'
इंडी गठबंधन के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है। हम जीतने जा रहे हैं। मैं केवल लोगों की अंतरात्मा को जगाने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने यह नहीं कहा कि क्रॉस-वोटिंग होगी। मुझे नहीं पता कि क्रॉस-वोटिंग क्या होती है।'
पूर्व पीएम ने एचडी देवेगौड़ा ने किया मतदान
पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए व्हीलचेयर पर मतदान करने पहुंचे।
हमारी ही होगी जीत - बी. सुदर्शन रेड्डी
इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं। मैं केवल लोगों की अंतरात्मा की आवाज को जगाने की कोशिश कर रहा हूं, मैंने यह नहीं कहा कि क्रॉस-वोटिंग होगी।"
तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और ओडिशा की बीजू जनता दल (बीजद) ने इस चुनाव से खुद को अलग कर लिया है। दोनों पार्टियों ने किसी भी गठबंधन का समर्थन नहीं करने का ऐलान किया है। राज्यसभा में बीआरएस के 4 और बीजेडी के 7 सांसद हैं, जिनका वोट न पड़ना मुकाबले को थोड़ा और दिलचस्प बना सकता है।
शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में आई बाढ़ की स्थिति का हवाला देते हुए वोटिंग से दूरी बनाई है, जबकि एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने खुलकर विपक्षी उम्मीदवार रेड्डी का समर्थन किया है। वहीं, वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) के 11 सांसद एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन को समर्थन देंगे।
यह चुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। अब जो उम्मीदवार जीतेगा, वह शेष कार्यकाल पूरा करेगा।
अगर सभी सांसद पार्टी लाइन के अनुसार वोट करते हैं तो राधाकृष्नन को 422 और रेड्डी को 319 वोट मिलने की संभावना है, जिससे एनडीए उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है। हालांकि गुप्त मतदान होने के चलते क्रॉस वोटिंग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, जिससे नतीजे पर असर पड़ सकता है।
उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित और नामित सदस्य करते हैं। हालांकि, इस चुनाव में किसी भी पार्टी की ओर से व्हिप जारी नहीं की जा सकती। हर सांसद अपनी पसंद के अनुसार वोट करता है। अब देखना यह है कि क्या अनुमान सही साबित होते हैं या क्रॉस वोटिंग कोई नया राजनीतिक संकेत देती है। देश भर की निगाहें शाम 6 बजे शुरू होने वाली वोटों की गिनती और उसके नतीजों पर टिकी होंगी।