वायनाड लोकसभा चुनाव के लिए राजग उम्मीदवार नव्या हरिदास ने रविवार को कहा कि गांधी परिवार इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र को महज एक 'पसंद' या 'दूसरी' सीट के रूप में देख रहा है और इस क्षेत्र के लोगों को अब यह एहसास हो गया है।
कोझिकोड निगम में दो बार पार्षद रहे हरिदास ने कहा कि वायनाड के मतदाता एक ऐसा नेता चाहते हैं जो उनके लिए खड़ा हो और उनकी समस्याओं का समाधान करे।
कोझिकोड में पत्रकारों को संबोधित करते हुए युवा नेता ने कहा कि जहां तक भारत का सवाल है, प्रियंका गांधी वाड्रा कोई नया चेहरा नहीं हैं, लेकिन वायनाड के लिए वह नई हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘प्रियंका गांधी परिवार के प्रतिनिधि के रूप में आ रही हैं, जो संसद में वायनाड के मुद्दे उठाने में विफल रहा है।’’
तकनीकी विशेषज्ञ से राजनेता बने हरिदास ने गांधी परिवार के सदस्यों को सीटें देने के लिए कांग्रेस पार्टी की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों ने इस विश्वास के साथ राहुल गांधी को जनादेश दिया था कि वह अगले पांच साल तक उनके साथ रहेंगे। लेकिन जब उन्हें रायबरेली को अपने पास रखने का मौका मिला तो गांधी परिवार के वारिस ने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसलिए वायनाड के लोगों को अब यह एहसास हो गया है कि इस निर्वाचन क्षेत्र को (गांधी परिवार द्वारा) सिर्फ एक "दूसरी सीट" या "पसंद" के रूप में देखा जाता है।
हरिदास ने कहा कि उनकी उम्मीदवारी काफी आश्चर्यजनक है और उन्होंने विश्वास जताया कि 13 नवंबर को होने वाले चुनावों के दौरान वायनाड में पार्टी का वोट शेयर बढ़ेगा।
भाजपा ने विभिन्न राज्यों में आगामी उपचुनावों के लिए शनिवार को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसमें भगवा पार्टी की एक युवा महिला नेता हरिदास को इस महत्वपूर्ण सीट के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, हरिदास निगम में भाजपा संसदीय दल की नेता हैं। वह महिला मोर्चा की राज्य महासचिव भी हैं।
वायनाड लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव इसलिए आवश्यक हो गया था क्योंकि राहुल गांधी ने वहां से लोकसभा चुनाव और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी और उन्होंने इस सीट को खाली करने का फैसला किया था।