भ्ाारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटी पं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस को भी न्यौता दिया है। लेकिन ममता ने इसके लिए शर्त भी रखी है। तृणमूल कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष ने क्षेत्रीय पार्टियों की अहमियत बताते हुए कांग्रेस से कहा कि जहां जो पार्टी मजबूत हो वह भाजपा के खिलाफ मुकाबल करे और कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को सहयोग करे।
दरअसल, भाजपा के रथ को रोकने के लिए ममता बनर्जी विपक्षी दलों के नेताओं से लगातार मुलाकात और चर्चा कर रही हैं।
एक तरफ जहां उन्होंने एनसीपी, शिवसेना, टीआरएस, टीडीपी, आरजेडी और सपा के नेताओं से चर्चा की। वहीं भाजपा के खिलाफ बगावती तेवर अपनाए नेताओं शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी से भी मुलाकात की।
इसी कड़ी में सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ आमने-सामने की लड़ाई का प्रस्ताव दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने भरोसा जताया कि सभी राज्यों में कांग्रेस दमदार प्रदर्शन करते हुए भाजपा को सीधी चुनौती देगी। सोनिया से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैंने उनसे कहा कि जो पार्टी जहां मजबूत है, वहां उसको दमदारी से लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को भाजपा से मुकाबले के लिए मदद करे। यह आमने-सामने की लड़ाई ही भारतीय जनता पार्टी को खत्म करेगी।”
ममता ने बताया, “मैंने सोनिया जी के साथ इस मुद्दे पर भी चर्चा की है। जो बातचीत हम क्षेत्रीय पार्टियों के साथ चल रही हैं, हम एक साथ काम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि कांग्रेस भी इसका हिस्सा बन जाए।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि "देश में लोकतंत्र खत्म करने के लिए, भाजपा अत्याचार फैला रही है। राजनीतिक वेंडेटा के अलावा, बीजेपी देश के लोगों के लिए कुछ नहीं करती।"
उन्होंने कहा, "लालू यादव जी और शरद (यादव) जी कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं। उनका गठबंधन जारी रहेगा।" उन्होंने कहा कि विपक्षी दल जो राज्य में सबसे मजबूत है, उन्हें भाजपा को हटाने के लिए दूसरों के समर्थन में होना चाहिए।
शौरी ने बताया कैसे मिलेगा 69 फीसदी वोट
ममता बनर्जी से सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ सहयोगियों ने भी चर्चा की, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी के साथ भी उनकी मुलाकात हुई। बैठक के बाद, मोदी सरकार की आलोचना करते हुए शौरी ने कहा "अगर वन-ऑन-वन फार्मूला लागू किया जाता है, तो विपक्ष 69 फीसदी वोटों को पार करने में सक्षम होगा।" अरुण शौरी ने कहा कि यदि बीजेपी को अभी समय रहते नहीं धराशायी किया गया तो भविष्य में न कांग्रेस और न ही क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व बचेगा।
हालांकि यशवंत सिन्हा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वह या शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा के खिलाफ एकजुट दल में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, "ममता हमारी पुरानी कैबिनेट सहयोगी है। देश को बचाने के लिए उसने जो भूमिका ली है वह सराहने लायक है भविष्य में भी, हम उसका समर्थन करेंगे।"
भाजपा ने की आलोचना
इधर भाजपा ने ममता की तीखी आलोचना की। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पश्चिम बंगाल में राम नवमी जुलूस के दौरान हिंसा की घटनाओं के लिए उन पर तंज कसा। जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि जब उनका राज्य "जल रहा था", वह राष्ट्रीय राजधानी में "राजनीति कर रही थीं"। उन्होंने कहा, "बंगाल जल रहा है और ममता दिल्ली में राजनीति कर रही हैं। यह नीरो की तरह है।”