राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज विपक्षी दलों की बैठक हुई। बैठक के बाद विपक्ष ने उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम का ऐलान किया है यानी राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा के नाम पर मुहर लग गई है। एनसीपी नेता शरद पवार कि अध्यक्षता में विपक्षी दलों की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। इस बैठक में यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम सभी विपक्षी दलों ने मिलकर फैसला किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा हमारे उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा का नामांकन 27 जून को 11.30 बजे दिन में होगा। विपक्ष ने कहा कि हम बीजेपी, उसके सहयोगियों से राष्ट्रपति के रूप में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील करते हैं ताकि हम एक योग्य 'राष्ट्रपति' को निर्विरोध चुन सकें।
We (opposition parties) have unanimously decided that Yashwant Sinha will be the common candidate of the Opposition for the Presidential elections: Congress leader Jairam Ramesh pic.twitter.com/lhnfE7Vj8d
— ANI (@ANI) June 21, 2022
विपक्ष की बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए संयुक्त विपक्ष की ओर से आम सहमति के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम 27 जून को सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं।
Delhi | We are going to file the nomination for the Presidential elections on 27th June at 11.30 am:NCP chief Sharad Pawar at Opposition meet
Former union minister Yashwant Sinha has been chosen as consensus candidate from the Joint Opposition for upcoming Presidential elections pic.twitter.com/xDrRhF7NTz
— ANI (@ANI) June 21, 2022
बैठक से पहले विपक्ष ने जिन तीन नामों को आगे किया था उन्होंने उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था। इनमें शरद पावर, फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी का नाम शामिल था। वहीं, इस बैठक में शामिल होने से पहले टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा ने एक ट्वीट कर बड़े राष्ट्रीय कारणों के लिए टीएमसी के काम से अलग हटने की घोषणा की थी। यशवंत ने ट्वीट कर कहा था कि, जो सम्मान और प्रतिष्ठी दी उसके लिए मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रिया करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि अब वो वक्त आ गया है जब पार्टी से हटकर एक बड़े उद्देश्य के लिए काम करना है।
बता दें कि सिन्हा दो बार केंद्रीय वित्त मंत्री रह चुके है। पहली बार वह 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में और फिर अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में वित्त मंत्री थे। वह वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री भी रहे हैं।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा जबकि मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है।