नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री जबकि पार्टी नेता सुरिंदर कुमार चौधरी ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली।
उपराज्यपाल मनोज सक्सेना ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाई।
#WATCH | Omar Abdullah took oath as the Chief Minister of Jammu and Kashmir, in Srinagar
The leaders from INDIA bloc including Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, Congress leader Priyanka Gandhi Vadra, JKNC chief Farooq Abdullah, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav, PDP chief Mehbooba… pic.twitter.com/kasFd4sawM
— ANI (@ANI) October 16, 2024
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाई।
मेंढर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक जावेद अहमद राणा, रफियाबाद से जाविद अहमद डार, डीएच पोरा से सकीना इटू और सुरिंदर कुमार चौधरी को भी एलजी सिन्हा ने कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ दिलाई।
छंब विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक सतीश शर्मा को उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली कैबिनेट में जगह दी गई।
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उपस्थित थीं।
जेकेएनसी उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति समारोह में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता प्रकाश करात, एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, आप नेता संजय सिंह और सीपीआई नेता डी राजा सहित कई इंडिया ब्लॉक नेता मौजूद थे।
समारोह में पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 48 सीटें हासिल कीं, जिसमें एनसी ने 42 और कांग्रेस ने केवल छह सीटें जीतीं।
अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित करने के बाद यह जम्मू और कश्मीर में पहली निर्वाचित सरकार होगी।
उमर अब्दुल्ला के दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के बाद राज्य के पहले प्रधानमंत्री बने और बाद में मुख्यमंत्री भी रहे। उमर के पिता फारूक अब्दुल्ला तीन बार तत्कालीन राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
पूर्व सांसद उमर अब्दुल्ला 2009 से 2015 के बीच तत्कालीन राज्य के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 2001 से 2002 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद 2018 से जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू है।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया।