ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि इस लोकसभा में सदन का स्वरूप बदल गया है और अब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रभुत्व नहीं जमा पाएगी।
उन्होंने बिरला से कहा, ‘‘आप सदन के संरक्षक हैं। हकीकत यह है कि इस बार सरकार के पास संख्या है लेकिन जनादेश नहीं है, विपक्ष के पास जनता का समर्थन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस बार सदन का स्वरूप बदल गया है। भाजपा अब प्रभुत्व नहीं जमा पाएगी।’’
एआईएमआईएम सांसद ने यह भी कहा कि इस बार सरकार को लोकसभा उपाध्यक्ष का निर्वाचन करना चाहिए ताकि लोकसभा अध्यक्ष के काम का बोझ कम हो जाए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नव निर्वाचित सदस्य आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी ने कहा कि आज से बिरला किसी पार्टी के नहीं हैं और उनकी पार्टी केवल भारत का संविधान है।
मेहदी ने कहा, ‘‘आपको इसलिए भी याद रखा जाएगा कि किस तरह इस सदन में एक मुस्लिम सांसद को आतंकवादी कहा गया....क्योंकि वह मुसलमान है। आपने ऐसी आवाजों को शांत कराया या उठने दिया।’’
अध्यक्ष बिरला ने मेहदी से कहा कि यह सदन का पहला दिन है और उन्हें सोच-समझकर अपनी बात रखनी चाहिए।
बिरला ने मेहदी के इन दावों को भी खारिज कर दिया कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त करने वाला विधेयक सदन में जल्दबाजी में पारित किया गया था।
बिरला ने कहा कि विधेयक को पारित करने से पहले नौ घंटे से अधिक समय तक चर्चा हुई थी।