राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा पर बड़ी कार्रवाई की है। एक तरफ सभापति ने संजय सिंह के निलंबन को और बढ़ा दिया, जो वर्तमान सत्र से आगे भी जारी रह सकता है। वहीं, दूसरी तरफ सांसद राघव चड्ढा को भी निलंबित कर दिया गया है।
राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निलंबन को आगे बढ़ाते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा, "मुझे इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजना समीचीन लगता है। 24 जुलाई 2023 का निलंबन आदेश वर्तमान सत्र से आगे भी जारी रह सकता है, जब तक कि परिषद को विशेषाधिकार समिति की सिफारिश का लाभ न मिल जाए।"
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar announces the suspension of AAP MP Sanjay Singh
He says, "...I find it expedient to refer the matter to the Committee of Privileges...suspension order dated 24th July 2023 may continue beyond the current session till the Council has… pic.twitter.com/WoOCPiaZYa
— ANI (@ANI) August 11, 2023
24 जुलाई को राज्यसभा ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। संजय सिंह को उनके "अनियंत्रित व्यवहार" के लिए राज्यसभा ने मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया था। सदन के नेता पीयूष गोयल ने उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सदन ने ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया। संजय सिंह को 'अमर्यादित व्यवहार' के कारण निलंबित किया गया। अब इस निलंबन को आगे बढ़ा दिया गया है।
आपको बता दें कि दिल्ली सेवा विधेयक पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में आप सांसद राघव चड्ढा पर कार्रवाई हुई है। शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राघव चड्ढा के निलंबन की घोषणा करते हुए कहा, "मैं राघव चड्ढा को परिषद की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट का लाभ नहीं मिल जाता।"
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar announces, "...I suspend Raghav Chadha from the service of the Council till the Council has the benefit of the report by the Committee of Privileges." pic.twitter.com/OXMGitpdMQ
— ANI (@ANI) August 11, 2023
गौरतलब है कि इससे पहले बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में राघव चड्ढा पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद, उच्च सदन के पांच सांसदों एस फांगनोन कोन्याक, भाजपा के नरहरि अमीन और सुधांशु त्रिवेदी, अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुरई और बीजद के सस्मित पात्रा ने कहा कि चड्ढा द्वारा सदन में पेश किए गए एक प्रस्ताव में उनकी सहमति के बिना उनका नाम शामिल किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों, राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक पर बोलते हुए कहा था, "दो सदस्य (बीजद सांसद सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी) कह रहे हैं कि उन्होंने आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव (चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। अब यह जांच का विषय है कि प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कैसे किए गए।"
इसके बाद दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा था, ''मैं भाजपा नेताओं को वह कागज लाने की चुनौती देता हूं जिस पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे।''