राज्यसभा में जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष ने इसको गंभीर मामला बताते हुए कहा कि इस पर चर्चा की जानी चाहिए। विपक्ष के इस हंगामे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मामला कोर्ट में है इसलिए इस पर संसद में बहस नहीं की जा सकती।
संसद में हंगामा को देखते हुए श्रीश्री रविशंकर ने ट्वीट कर अपील की कि यह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है इसे राजनीतिक रंग न दिया जाए। वाम सांसद सीताराम येचुरी ने कहा कि यह एक निजी संस्था का कार्यक्रम है जिसमें सेना को लगाया गया है यह आपत्तिजनक है। इससे पहले जद यू सांसद शरद यादव ने भी इस मामले में आपत्ति उठाई थी।
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने सदन में कहा कि मैं किसी कार्यक्रम के आयोजन का विरोध नहीं करता लेकिन पर्यावरण संरक्षा को दरकिनार कर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन गलत है। गौरतलब है कि एनजीटी ने इस कार्यक्रम को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    