कांग्रेस सांसद शशि थरूर शुक्रवार को तीन निजी विधेयक पेश करेंगे, जिसमें समलैंगिकता को अपराध न मानने के लिए आईपीसी की धारा 377 में संशोधन का प्रावधान, भारत में शरण मांगने वाले विदेशी नागरिकों के अधिकारों का प्रावधान और आईपीसी की धारा 124-ए में संशोधन का प्रावधान होगा ताकि देशद्रोह जैसे शब्द का गलत इस्तेमाल न किया जाए।
इसके अलावा सांसद प्रभात झा दो विधेयक, राजकुमार धूत तीन, कनिमोझी एक, केके रागीश एक, हुसैन दलवी एक, तिरुची शिवा एक, विवेक गुप्ता एक, अुनभव मोहंती दो विधेयक पेश करेंगे। माना जा रहा है कि संसद में शुक्रवार को भी हंगामा जारी रहेगा और इन विधेयक के खटाई में पड़ने की पूरी आशंका है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर कहते हैं कि सरकार विपक्षी पार्टियों से अगर बेहतर तरीके से संवाद करें तो सदन का काम सुचारु रूप से चल सकता है। लेकिन जिस तरह का माहौल तैयार किया जा रहा है उसको लेकर संशय बना हुआ है कि विधेयक पारित हो पाएं।